केंद्रीय मंत्री और आरपीआई अध्यक्ष रामदास आठवले ने शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि शिवसेना आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन, आदित्य के पास अभी अनुभव नहीं है, इसलिए यह जिद छोड़ देनी चाहिए। महायुति के सहयोगी दलों के नेता महादेव जानकर और सदाभाऊ खोत भी आठवले के साथ राज्यपाल से मिले। आठवले ने बताया कि हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि महायुति के सबसे दल के रूप में भाजपा को सरकार बनाने का आमंत्रण दें। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का समर्थन किया।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को पार्टी नेताओं के साथ शनिवार को रायशुमारी की। सोमवार को वह नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर सकते हैं। प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात के नेतृत्व में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से पहले ही मुलाकात कर चुके हैं। कांग्रेस आलाकमान वेट एंड वाच के मूड में है। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम शिवसेना को समर्थन देने के खिलाफ हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखी है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि यदि शिवसेना सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगती है, तो देना चाहिए। क्योंकि भाजपा और शिवसेना में फर्क है। दलवई ने बताया है कि राष्ट्रपित चुनाव में प्रतिभा पाटील और प्रणव मुखर्जी का समर्थन शिवसेना पहले कर चुकी है।