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शिवसेना के तेवर अब भी गरम, शपथ ग्रहण की तैयारी में जुटी भाजपा

locationमुंबईPublished: Nov 03, 2019 12:30:26 am

Submitted by:

Basant Mourya

नतीजों की घोषणा के 11 दिन बाद भी नई सरकार पर संशय बरकरार
गृह, राजस्व, शहरी विकास और वित्त मंत्रालय पर शिवसेना की नजर
बहुमत के जुगाड़ में लगे फडणवीस को भरोसा-मान जाएगी शिवसेना

शिवसेना के तेवर अब भी गरम, शपथ ग्रहण की तैयारी में जुटी भाजपा

शिवसेना के तेवर अब भी गरम, शपथ ग्रहण की तैयारी में जुटी भाजपा

मुंबई. विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के 11 दिन बाद भी महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर संशय बरकरार है। शिवसेना अभी भी मुख्यमंत्री की कुर्सी और सत्ता में बराबरी की हिस्सेदारी पर अड़ी हुई है जबकि भाजपा सरकार बनाने की जुगाड़ में लगी है। लाल-पीली शिवसेना को बाद में मना लेने की रणनीति के तहत भाजपा नई सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारी कर रही है। सब कुछ ठीक रहा तो पांच नवंबर को देवेंद्र फडणवीस लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं। शुक्रवार को विपक्ष में बैठने की घोषणा कर चुके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार कांग्रेस के सहयोग से अलग खिचड़ी पकाने में लगे हैं।
सूत्रों के मुताबिक शिवसेना के तेवर गरम जरूर हैं, लेकिन सरकार गठन को लेकर भाजपा के साथ उसकी बातचीत जारी है। सरकार के चार मलाईदार विभाग (शहरी विकास, गृह, राजस्व और वित्त) मिलने पर शिवसेना मुख्यमंत्री की कुर्सी की जिद छोड़ देगी। शिवसेना ने इसके लिए 1995 की युति सरकार के फॉर्मूले की याद दिलाई है। पार्टी का कहना है कि बड़े भाई की भूमिका में शिवसेना ने अहम मंत्रालय भाजपा को दिए थे। सूत्रों के अनुसार 5 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल होंगे। तब तक मामला नहीं सुलझा तो अमित शाह शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री फडणवीस को भरोसा है कि वे शिवसेना को मना लेंगे।
जिद छोड़े शिवसेना
केंद्रीय मंत्री और आरपीआई अध्यक्ष रामदास आठवले ने शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि शिवसेना आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन, आदित्य के पास अभी अनुभव नहीं है, इसलिए यह जिद छोड़ देनी चाहिए। महायुति के सहयोगी दलों के नेता महादेव जानकर और सदाभाऊ खोत भी आठवले के साथ राज्यपाल से मिले। आठवले ने बताया कि हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि महायुति के सबसे दल के रूप में भाजपा को सरकार बनाने का आमंत्रण दें। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का समर्थन किया।
सोमवार को सोनिया से मिलेंगे पवार
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को पार्टी नेताओं के साथ शनिवार को रायशुमारी की। सोमवार को वह नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर सकते हैं। प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात के नेतृत्व में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से पहले ही मुलाकात कर चुके हैं। कांग्रेस आलाकमान वेट एंड वाच के मूड में है। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम शिवसेना को समर्थन देने के खिलाफ हैं।
आलाकमान को दलवई की चिट्ठी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखी है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि यदि शिवसेना सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगती है, तो देना चाहिए। क्योंकि भाजपा और शिवसेना में फर्क है। दलवई ने बताया है कि राष्ट्रपित चुनाव में प्रतिभा पाटील और प्रणव मुखर्जी का समर्थन शिवसेना पहले कर चुकी है।

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