इससे पहले शिंदे खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा था कि अगले सप्ताह मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। अभी सिर्फ सीनियर विधायक की शपथ लेंगे। जिसके तहत बीजेपी और शिंदे गुट से 7-7 विधायक शुक्रवार को मंत्रिपद की शपथ ले सकते हैं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे खेमे की ओर से याचिका दायर की गई थी कि उन्हें ही असली शिवसेना माना जाए और पार्टी के सिंबल का अधिकार भी उन्हें मिले। इस पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को आदेश दिया हैं कि एकनाथ शिंदे की याचिका पर अभी कोई फैसला ना लें। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन वी रमना, न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने कहा कि वो महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट से संबंधित मामलों को संविधान पीठ के पास भेजने पर 8 अगस्त तक फैसला लेगी। इसके अलावा पीठ ने कहा कि हम इस पर फैसला लेंगे कि मामले को पांच सदस्यीय संविधान पीठ को सौंपा जाए या नहीं।
शिवसेना से एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जिसके बाद 30 जून को एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के सहयोग से सरकार बनाई और सीएम पद की शपथ लीने। उनके साथ बीजेपी के सीनियर नेता और राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। लेकिन एक महीने से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद मंत्रिमंडल का विस्तार न होने के चलते विपक्ष सवाल खड़ा कर रहा है। शिंदे सरकार ने भले ही अभी तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया है लेकिन लगभग 700 से अधिक सरकारी आदेश जारी किए हैं।