शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे राज की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना में शामिल हो सकते हैं। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि उनके पास दो तिहाई (37 से अधिक) विधायकों का समर्थन है। लेकिन अलग पार्टी की मान्यता मिलने में दिक्कत आ सकती है। इसलिए अगर बागी गुट राष्ट्रपति चुनाव से पहले इस मामले का हल चाहता है तो उसके पास सबसे आसान विकल्प यही है कि वह किसी दल में विलय कर ले। ऐसे में मनसे में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
वैसे भी राजनीति में कहावत है कि कोई संभावना कभी खत्म नहीं होती है। खबर यह भी है कि एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे से फोन कर उनकी स्वास्थ को लेकर जानकारी ली है। दरअसल कुछ दिन पहले ही मुंबई के लीलावती अस्पताल में मनसे चीफ राज ठाकरे की हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है। बागी विधायकों के पास मनसे के अलावा दो और ऑप्शन भी मौजूद है।
बागी विधायकों के पास पहला ऑप्शन उन्हें पर्दे के पीछे से समर्थन कर रही है बीजेपी का है और दूसरा शिवसेना के बागियों के साथ गुवाहाटी में बैठे बच्चू कडू की प्रहार पार्टी का भी है। बच्चू कडू अब तक शिवसेना की सरकार में मंत्री है। लेकिन कडू अपने दम पर चुनाव जीतते हैं इसलिए वह एकनाथ शिंदे के अधीन रहेंगे या नहीं यह सबसे बड़ा सवाल है।