संजय राउत ने कहा कि विधायकों को गुवाहाटी से बात नहीं करनी चाहिए। वे मुंबई वापस आएं और सीएम उद्धव ठाकरे से बातचीत करें। अगर सभी विधायक चाहते हैं कि महा विकास अघाड़ी से बाहर निकला जाए तो हम उसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों को यहां आना होगा और मुख्यमंत्री से बातचीत करनी होगी। राउत ने शिंदे और बाकी विधायकों को 24 घंटे का समय दिया है। वे बोले कि उद्धव ठाकरे बहुत जल्द वर्षा बंगले में वापस आएंगे। गुवाहाटी में 21 विधायकों ने हमसे संपर्क किया है और जब वे मुंबई लौटेंगे, तो वे हमारे साथ आएंगे।
शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। साल 2019 में शिवसेना के 56 विधायक चुने गए थे। लेकिन एक विधायक का निधन हो गया है। जिसके कारण अब 55 विधायक हैं। ऐसे में शिंदे अगर कोई कदम आगे उठाते हैं तो उनके खिलाफ दलबदल कानून के तहत कोई एक्शन नहीं होगा। हालांकि राज्य में सियासी संग्राम के बीच चर्चा यह भी चल रही है कि विधानसभा को भंग किया जा सकता है।
वहीं इससे पहले संजय राउत ने लगातार शिवसेना में बगावत पर कहा कि आज भी हमारी पार्टी मजबूत है। उन्होंने कहा कि किस हालत में और किस दबाब में उन लोगों ने शिवसेना को छोड़ा है इसका खुलासा जल्द होगा। राउत ने यह भी कहा कि जो ईडी के दबाब में पार्टी छोड़ता है वह बाला साहेब का भक्त नहीं हो सकता है।