अदित्य ठाकरे ने कहा कि बगावत करने से पहले यहां आकर बात करनी थी। कितने महत्वपूर्ण विभाग उनको दिए। जो विभाग सीएम के पास रहते हैं उनको दिए गए थे। सूरत से गोवाहाटी गए और कहा जाएंगे। इतना पैसा कहां से आया। सिर्फ खाने का बिल 8 लाख है। आदित्य ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सीआरपीएफ सिक्योरिटी क्यों दी गई? यही सिक्योरिटी कश्मीरी पंडितों को देना चाहिए। अगर इस मामले से बीजेपी का कोई लेना देना नहीं हैं, तो फिर बीजेपी के मंत्री वहां क्यों गए? हिम्मत है तो मुंबई में ठाणे में बगावत क्यों नहीं की? मुंबई में क्यों सामने नहीं आए।
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आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि जैसे आईपीएल में बोली लगती है, वैसे ही अब एमएलए की बोली लगती है। मैंने रेस कोर्स देखा है, लेकिन इन लोगों ने पूरा हॉर्स मार्केट खरीद लिया है। महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादाजी भुसे को मानसून के समय यहां होना चाहिए था, लेकिन वह गुवाहाटी में पार्टी कर रहे हैं। महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बड़ा बयान दिया हैं। आदित्य के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने 30 मई को शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी। उद्धव की तबीयत खराब है, इसलिए शिंदे इस समय का फायदा उठा रहे हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामा में बीजेपी भी अब मैदान में उतर गई हैं। केंद्र सरकार ने शिवसेना के बागी विधायकों को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है। साथ ही इनके घरों के बाहर भी सीआरपीएफ की सुरक्षा तैनात की जाएगी। शनिवार को उद्धव ठाकरे के समर्थकों ने शिवसेना से बगावत करने वाले कई विधायकों के दफ्तरों पर तोड़फोड़ की थी। जिसके बाद गुवाहाटी में मौजूद शिवसेना के बागी विधायकों ने सुरक्षा की मांग की थी। खबर यह भी है कि बागी विधायक ने अब कोर्ट जाने का भी निर्णय किया है।