शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि पार्टी ने चार और बागी विधायकों के नाम महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल (Narhari Zirwal) को उनके खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई शुरू करने के लिए भेजे हैं। जिन चार विधायकों के नाम उपाध्यक्ष के पास भेजे गए हैं उनमें संजय रायमुलकर, चिमन पाटिल, रमेश बोरनारे और बालाजी कल्याणकर शामिल हैं। यह सभी विधायक व्हिप जारी होने के बावजूद भी मुंबई में बुधवार शाम को हुई शिवसेना की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
सावंत ने कहा कि अब केवल पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ही शिवसेना में उनकी वापसी के बारे में निर्णय ले सकते हैं, नहीं तो उन सभी के लिए यहां के दरवाजे सदा के लिए बंद हो चुके हैं। विद्रोहियों ने भगवा ध्वज के साथ विश्वासघात किया है।
बता दें कि पार्टी ने बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे समेत 12 नेताओं के नाम पहले ही डिप्टी स्पीकर को भेजकर उन्हें अयोग्य करार देने की मांग की है। ये नाम हैं- एकनाथ शिंदे, प्रकाश सुर्वे, तानाजी सावंतो, महेश शिंदे, अब्दुल सत्तारी, संदीप भुमरे, भरत गोगावाले, संजय शिरसातो, यामिनी यादव, अनिल बाबरी, बालाजी देवदास, लता चौधरी हैं।
हालांकि इसका जवाब शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे पहले ही दे चुके है। शिंदे ने ट्वीट कर कहा था “आप अयोग्यता के लिए 12 विधायकों के नाम बताकर हमें डरा नहीं सकते क्योंकि हम शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी हैं। हम कानून जानते हैं, इसलिए हम धमकियों पर ध्यान नहीं देते हैं।” उन्होंने कहा, “हम आपके तरीके और कानून भी जानते हैं। संविधान की अनुसूची 10 के अनुसार, व्हिप का इस्तेमाल विधानसभा के काम के लिए किया जाता है, बैठकों के लिए नहीं।”