महाराष्ट्र में भारी बरसात के कारण 24 घंटे के भीतर दो और गांवों को नुकसान पहुंचा है। साथ ही कुल गांवो की बात की जाए तो यह संख्या 275 है। बरसात और बाढ़ जैसी घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा अब 105 हो गया है। राज्य में बरसात के कारण बड़ी संख्या में घरों को नुकसान पहुंचा है।
वहीं भारी बारिश और बाढ़ से कई जिलों को नुकसान हुआ है। जिसमें मुंबई उपनगर, पुणे, सतारा, नासिक, सोलापुर, जलगांव, अहमदनगर, बीड, लातूर, वाशिम, यवतमाल, धुले, जालना, अकोला, भंडारा, नागपुर, बुलढाना, नंदुरबार, पालघर, ठाणे, नांदेड, अमरावती, वर्धा, गढ़चिरोली, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सांगली और चंद्रपुर का समावेश है।
राज्य में भारी बारिश और बाढ़ जैसी घटनाओं के कारण 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। जबकि राज्य में 73 से अधिक रिलीफ कैंप हैं। जहां लोगों को रखा गया है। भारी बारिश के चलते राज्य में एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं।
राज्य के मुंबई-ठाणे, रत्नागिरी, कोल्हापुर में दो-दो एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। जबकि रायगढ़, सिंधुदुर्ग, सतारा और पालघर में एक-एक टीमें लोगों की मदद के लिए रखी गई। एसडीआरएफ की बात की जाए तो नांदेड और गढ़चिरोली में एक-एक टीमें हैं।
महाराष्ट्र के अधिकतर हिस्सों में जुलाई में हुई भारी बारिश के चलते राज्य के बाधों में सामुहिक जल भंडार दोगुना हो गया है। कोंकण, मराठवाड़ा, विदर्भ सहित अन्य जिलों में भारी बारिश के कारण बांधों में पानी बढ़ गया है। आईएमडी ने राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।