scriptफोन पर ‘हैलो’ की जगह ‘वंदे मातरम’ बोलेंगे महाराष्ट्र के सरकारी बाबू, नए सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सुनाया फरमान | Maharashtra government employees Use Vande Mataram instead of hello While Answering Calls Minister Sudhir Mungantiwar Orders | Patrika News

फोन पर ‘हैलो’ की जगह ‘वंदे मातरम’ बोलेंगे महाराष्ट्र के सरकारी बाबू, नए सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सुनाया फरमान

locationमुंबईPublished: Aug 14, 2022 10:49:03 pm

Submitted by:

Dinesh Dubey

Vande Mataram While Answering Calls in Maharashtra: महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि महाराष्ट्र के सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को कॉल का जवाब देते हुए अनिवार्य रूप से नमस्ते के बजाय ‘वंदे मातरम’ बोलना होगा। इस संबंध में आधिकारिक आदेश जल्द जारी किया जाएगा।

Devendra Fadnavis and Sudhir Mungantiwar

डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और मंत्री सुधीर मुनगंटीवार

Maharashtra Latest News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कई दिनों के इंतजार के बाद रविवार को अपनी मिनी टीम के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया। इस दौरान बीजेपी की तरफ से मंत्री बने सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) को वन, मत्स्य विकास और सांस्कृतिक मामलों के विभाग सौंपे गए। सांस्कृतिक कार्य मंत्री बनने के तुरंत बाद सुधीर मुनगंटीवार ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आदेश जारी किया। जिसमें फोन पर ‘हैलो’ की बजाय ‘वंदे मातरम’ (Vande Mataram) कहने के निर्देश दिए गए।
महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि महाराष्ट्र के सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को कॉल का जवाब देते हुए अनिवार्य रूप से नमस्ते के बजाय ‘वंदे मातरम’ बोलना होगा। इस संबंध में आधिकारिक आदेश जल्द जारी किया जाएगा।
बीजेपी नेता मुनगंटीवार ने कहा “नमस्ते एक अंग्रेजी शब्द है और इसे त्यागना आवश्यक है। वंदे मातरम केवल एक शब्द नहीं है, यह हर भारतीय द्वारा अनुभव की जाने वाली भावना है।”

उन्होंने आगे कहा, “हम आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हम स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) मना रहे हैं। इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी नमस्ते के बजाय फोन पर ‘वंदे मातरम’ कहें।” सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा विभागों को सौंपे जाने के तुरंत बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है।
गौरतलब हो कि शिवसेना के वरिष्ठ नेता रहे एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के समर्थन से महाराष्ट्र में तब सरकार बनाई, जब शिवसेना में बड़े विद्रोह के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार अल्पमत में आ गयी। जिस वजह से उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिर गयी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो