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लोढ़ा के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ने बनाइ समिति

अंतर धार्मिक-अंतरजातीय विवाह की होगी निगरानीमहिला व बाल विकास मंत्री ने की थी घोषणा

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सगोत्रीय विवाह के विरोध में महापंचायत में पंचों ने सुनाया अगल होने का फरमान

सगोत्रीय विवाह के विरोध में महापंचायत में पंचों ने सुनाया अगल होने का फरमान

मुंबई. महाराष्ट्र में अंतर धार्मिक व अंतर-जातीय प्रेम विवाह की जिला स्तर पर निगरानी के लिए महिला व बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के नेतृत्व में 13 सदस्यीय समिति बनाई गई है। समिति में बाकी 12 सदस्य सरकारी व गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि होंगे। समिति प्रेम विवाह करने वाले जोड़ों की जानकारी जुटाएगी। विवाह के बाद परेशान लड़कियों की काउंसलिंग और जरूरत पडऩे पर उन्हें परिवार से मिलाने का काम भी करेगी। लोढ़ा ने हाल ही में इसकी घोषणा की थी। दिल्ली के मेहरौली में लिव इन पार्टनर आफताब पूनावाला Aftab Poonawala द्वारा कथित तौर पर श्रद्धा वाल्कर की बेरहमी से हत्या के बाद राज्य सरकार ने यह फैसला किया। समिति प्रेम विवाह के बाद परेशान महिलाओं के हित में काम करेगी। महिलाओं और परिवार के बीच विवाद का समाधान भी करेगी। काम पूरा होने के बाद समिति भंग कर दी जाएगी। लोढ़ा ने 19 नवंबर को महिला आयुक्त को निर्देश दिया था कि वे उन महिलाओं की पहचान करने के लिए एक विशेष दस्ते का गठन करें, जिन्होंने मायके के समर्थन के बिना शादी की है।