इसी तरह कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष करने के
मामले में खटुआ समिति की रिपोर्ट जल्द प्राप्त होने वाली है। रिपोर्ट प्राप्त
होने के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार
सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने के पक्ष में है। इस मामले में दो मत हैं। यदि आयु
बढ़ाई जाती है तो युवकों का मत है, उन्हें रोजगार के अवसर नहीं मिलेंगे। दूसरा
पक्ष है कि आयु सीमा बढ़ाने पर कर्मचारियों के अनुभव का लाभ विभागों को मिल
सकेगा। विदित हो कि सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष करने पर राज्य सरकार की तिजोरी
पर 5 से 6 करोड़ रुपए का भार पड़ेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि केरल में
सेवानिवृत्ति आयु 56 वर्ष है।