जानकारी के मुताबिक, आसिफ देसाई का शव बुधवार सुबह पुलाची शिरोली स्थित उसके आवास पर फांसी से झूलता मिला। शिरोली के रहने वाला युवक आसिफ देसाई पिछले पांच साल से शिरोली के मैदान में सैनिक बनने का सपना लेकर अभ्यास करता था। वह कोल्हापुर के शिवाजी विश्वविद्यालय खेल मैदान में चल रही अग्निवीर भर्ती में किस्मत आजमाने पहुंचा था। लेकिन बुधवार आधी रात को हुए फिजिकल फिटनेस टेस्ट में वह कामयाब नहीं हुआ। वह दौड़ने के टेस्ट में असफल रहा। फिर वह रात 2.30 बजे घर चला गया।
बताया जा रहा है कि सुबह उसके गांव के दोस्त आसिफ से मिलने पहुंचे। परिजनो ने भी आसिफ को आवाज दी। इसके बाद भी जब आसिफ ने कोई जवाब नहीं दिया तो सब घबरा गए। दोस्त भी उसके कमरे का दरवाजा जोर जोर से खटखटाकर जगाने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, आसिफ के कमरे से कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद माता-पिता के कहने पर दोस्तों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया।
आसिफ ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों और दोस्त आसिफ को तुरंत अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों ने आसिफ को मृत घोषित कर दिया। यह घटना बुधवार सुबह करीब ग्यारह बजे सभी को पता चली। इस घटना को लेकर शिरोली एमआईडीसी थाने में मामला दर्ज किया गया है। इकलौते संतान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। दोस्त भी सदमे में हैं।