Maharashtra Political Crisis: नहीं काम आई उद्धव ठाकरे की इमोशनल अपील, शिवसेना के बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को चुना अपना नेता
गौर हो कि इससे पहले संजय शिरसाट ने जो चिठ्ठी लिखी थी उसमें कहा था कि वर्षा बंगले के बाहर भीड़ देखकर उन्हें खुशी हुई। लेकिन 2.5 वर्षों से इस बंगले के दरवाजे बंद थे। संजय ने कहा कि हम पार्टी के विधायक थे लेकिन हमें बंगले में सीधे एंट्री नहीं मिली।Many times in the past MLAs informed Uddhav ji that whether it is Congress or NCP, both are trying to eliminate Shiv Sena. Numerous times the MLAs sought time from Uddhav ji to meet him but he never met them: Rebel Shiv Sena MLA Sanjay Shirsat in Guwahati pic.twitter.com/p0U37Mi3uU
— ANI (@ANI) June 24, 2022
उन्होंने अपने पत्र में अयोध्या जानें न देने को लेकर भी सवाल किया। वे बोले कि हिंदुत्व , अयोध्या, राम मंदिर ये सब हमारे शिवसेना के मुद्दे थे लेकिन जब आदित्य अयोध्या जा रहे थे तो हमें फोन कर क्यों जाने से रोका गया।