संजय राउत के बयान पर श्रीकांत शिंदे ने कहा कि ये बगावत नहीं है बल्कि महाराष्ट्र की जनता चाहती है। उन्होंने कहा कि राउत का क्या मतलब है गुवाहाटी से लाश लाने का? ये महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है। उन्हें दूसरों लोगों को धमकाना चाहिए हमें नहीं। दरअसल राउत ने एक बयान में कहा था कि गुवाहाटी में जो 40 विधायक है उनकी आत्मा मर चुकी है। वे सिर्फ जिंदा लाश की तरह हैं। जब वे मुंबई आएंगे तो उन्हें सीधा पोस्टमार्टम के लिए विधानसभा भेजा जाएगा।
इस बयान के बाद विवाद बढ़ते ही संजय राउत ने सफाई देते हुए कहा कि जो लोग 40 साल तक पार्टी में रहते हैं और फिर भाग जाते हैं, उनका जमीर मर गया, तो उसके बाद क्या बचता है? जिंदा लाश। राउत ने कहा कि यह राम मनोहर लोहिया साहब के शब्द हैं। मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया, मैंने सिर्फ सच कहा है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे की तरफ से एक नई याचिका दायर करने की खबर आई है। जिसमें कहा गया है कि बागी विधायकों की शिवसेना कार्यकर्ताओं से जान का खतरा है। इसमें यह भी कहा गया कि महा विकास अघाड़ी सरकार का महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था पर कंट्रोल नहीं है।