एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा “उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्य में एमवीए सरकार चलेगी। ढाई साल के काम के बाद सरकार गिराने की योजना बनाई गई है और ऐसा तीसरी बार हो रहा है। आज की स्थिति को देखने के बाद मुझे लगता है कि कोई रास्ता निकलेगा।“ उन्होंने दावा किया कि एनसीपी के किसी मंत्री ने बगावत नहीं किया है। राज्य के मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास है। इस पद पर वह किसे नियुक्त करती है यह उनका आंतरिक मामला है। लेकिन मैंने कभी नहीं सुना कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनना चाहते थे।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा “क्रॉस वोटिंग के बाद भी सरकारें टिकती हैं। यह मेरा अनुभव रहा है। हमें नहीं लगता कि सरकार में बदलाव की कोई जरूरत है। वहीँ, महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के गिरने की स्थिती में एनसीपी बीजेपी का साथ देगी? इस सवाल के जवाब में शरद पवार ने कहा “बीजेपी के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता है।”
उल्लेखनीय है कि शिवसेना के कम से कम 25 विधायक गुजरात के सूरत के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों ने कहा कि वे एमवीए सरकार से नाखुश हैं। सभी विधायकों के होटल में पहुंचने के बाद सूरत पुलिस को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया गया। निर्देश मिलते ही मौके पर पुलिस बल तैनात किए गए।