जानकारी के अनुसार निर्देश जारी हुआ है कि भाजपा-शिंदे गुट के विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में एक दूसरे के कार्यकर्ताओं को न तोड़े। रिपोर्ट की मानें तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं को निर्देश दिया है। एकनाथ शिंदे समूह के साथ समन्वय स्थापित करने और एक दूसरे से संभावित प्रतिस्पर्धा को रोकने के लिए इस तरह का आदेश जारी किया गया है।
मनपा चुनाव नजदीक हैं। यही कारण है कि स्थानीय स्तर पर भाजपा ने अपनी ताकत बढ़ानी शुरू कर दी। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सुझाव दिया है कि शिंदे समूह और भाजपा को एक दूसरे के कार्यकर्ताओं को नहीं तोड़ना करना चाहिए। जिससे दोनों को नुकसान का सामना करना पड़े।
गौर हो कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। साथ ही महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के सहयोग से सरकार बनाई और सीएम बने। जबकि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।