शिवसेना ने सामना में दिवंगत पूर्व पीएम अटल जी की कविता भी साझा की है। शिवसेना ने देवेंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि इस ‘क्लाइमेक्स’ पर टिप्पणी, समीक्षा, परीक्षण की भरमार के समय बड़ा मन, पार्टी के प्रति निष्ठा का पालन ऐसी चीजें बचाव के लिए इस्तेमाल हुई हैं। सामना में लिखा गया कि स्ट्रोक-मास्टर स्ट्रोक ऐसे शब्दों का प्रयोग भी हुआ है। अटली जी की कविता ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता’ के सहारे ने शिवसेना ने फडणवीस पर तंज कसा हुआ है।
शिवसेना ने कहा कि एक पर्दा गिरा कि दूसरा पर्दा ऊपर ऐसी चीजे हुई हैं। साथ ही पूरे सियासी नाटक के सूत्र पर्दे के पीछे रहने वाली तथाकथित महाशक्ति का भी पर्दाफाश बीच के समय में हुआ है। सामना में कहा गया कि ऐसा प्रतीत हो रहा था कि राज्य में चल रहा सियासी ड्रामा खत्म होगा लेकिन ऐसा होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
सामना में आगे लिखा कि शिवसेना में बगावत कराकर सत्ता हासिल करना इस सियासी ड्रामे का उद्देश्य था। इसके पात्रों ने अपनी-अपनी भूमिका भी सही से निभाई है। सूरत, गुवाहाटी, सुप्रीम कोर्ट, राजभवन और सबसे अंतिम में मंत्रालय सहित अन्य जगहें इसका उदाहरण हैं।