संजय राउत ने सामना के रोखठोक के जरिए शिंदे गुट पर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि घटना इंसान के लिए होती है। इंसान घटना के लिए नहीं। राउत ने कहा कि संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार इन 16 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को बचाने और शिवसेना को पूरी तरह खत्म करने के लिए 16 विधायकों को केंद्र में बैठे लोग बचा रहे हैं।
शिवसेना नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की बेंच इस पर क्या फैसला देगी इसी पर देश और लोकतंत्र का भविष्य निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र का भविष्य अंधकारमय कैसे हो गया है इसे रोजाना दोहराया जा रहा है। देश के मुख्य न्यायाधीश श्री रमन्ना ने भी एक कार्यक्रम में लोकतंत्र और संसद के भविष्य के बारे में चिंता व्यक्त की है।
राउत ने कहा कि विधायकों और सासदों को तोड़ा गया है। उद्धव ठाकरे ने मोदी और शाह के खिलाफ जाकर सरकार बनाई। इसका बदला शिवसेना को तोड़कर लिया गया है। तेलंगाना के केसीआर और झारखंड के हेमंत सोरेन की भी सरकार भविष्य में ऐसे ही गिराई जाएगी।
गौर हो कि दूसरी तरफ शिवसेना में पार्टी को लेकर जारी लड़ाई 8 अगस्त को खत्म हो सकती है। दरअसल चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के गुटों को पार्टी के लिए बहुमत साबित करने के लिए नोटिस जारी किया है। साथ ही आठ अगस्त तक जवाब देने के लिए कहा है। हालांकि इस मामले में संजय राउत ने एक बयान में कहा है कि बालासाहेब की हिंदुत्व वाली पार्टी पर चुनाव आयोग सवाल उठा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली हमारी पार्टी को बर्बाद करना चाहती है। राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे शिवसेना के एकलौते नेता है। शिवसेना किसकी है यह तय करना दुर्भाग्य की बात है। यह समय शिवसेना में सिर्फ बागियों की वजह से आया है।