इस बीच बागी विधायक रमेश बोरनारे ने मीडिया द्वारा पूछे गए इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या बीते ढाई साल तक उद्धव ठाकरे के सीएम रहते हुए उनके निर्वाचन क्षेत्र का विकास कार्य बाधित हुआ था।
रमेश बोरनारे ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि उल्लेखनीय रूप से 50 विधायक साथ छोड़ एकनाथ शिंदे के पक्ष में आ गए। लेकिन मैं इसके के लिए उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार नहीं मानता। इसके पीछे उनके चारों ओर मौजूद चार लोगों की मंडली जिम्मेदार है। शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे हमारे आदर्श हैं और हम ठाकरे परिवार को नहीं भूल सकते हैं।
रमेश बोरनारे ने आगे कहा कि वह शिंदे खेमे से जुड़े ताकि वैजापुर के पांच अहम मुद्दों का समाधान किया जा सके। अगर इन मुद्दों का समाधान नहीं होता तो मुझे अगले विधानसभा चुनाव में मतदाता माफ नहीं करेंगे। शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों के गुवाहाटी में डेरा डालने के दौरान औरंगाबाद में उनके खिलाफ हुए प्रदर्शन का संदर्भ देते हुए बोरनारे ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे शिव सैनिकों को भ्रम में डाला गया था।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे ने फ्लोर टेस्ट में जीत हासिल कर ली है। सरकार को सदन में 164 विधायकों का समर्थन मिला है। जबकि विपक्ष में 99 वोट पड़े हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महा विकास अघाड़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि हां महाराष्ट्र में ईडी की सरकार है।