बड़ी संख्या में महिलाएं में भी हुईं शामिल
शहर ने इतनी विशाल सभा कभी नहीं देखी थी। शहर के इतिहास में मुस्लिम महिलाएं पहली बार इतनी बड़ी संख्या में घर से अपने बच्चों के साथ बाहर निकली थीं। छोटे-छोटे बच्चे भी हाथों में पोस्टर बैनर लिए हुए थे। पूरी सभा हम लेके रहेंगे आजादी, लड़ेंगे और जीतेंगे आदि इंकलाबी नारों से बार-बार गुंजायमान होती रही। तिरंगा झंडा और आंबेडकर के पोस्टर बैनर बार-बार सभा में लहराते रहे। सभा स्थल से लगभग एक किमी पहले ही सारी सड़कें बंद कर दी गई थीं। यह पहला मौका था जिसमें तमाम राजनीतिक दल एनसीपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सभी वामपंथी दल, दलित और आदिवासी संगठन सहित सभी मुस्लिम संगठनों के लोग एक साथ शामिल थे।
शहर ने इतनी विशाल सभा कभी नहीं देखी थी। शहर के इतिहास में मुस्लिम महिलाएं पहली बार इतनी बड़ी संख्या में घर से अपने बच्चों के साथ बाहर निकली थीं। छोटे-छोटे बच्चे भी हाथों में पोस्टर बैनर लिए हुए थे। पूरी सभा हम लेके रहेंगे आजादी, लड़ेंगे और जीतेंगे आदि इंकलाबी नारों से बार-बार गुंजायमान होती रही। तिरंगा झंडा और आंबेडकर के पोस्टर बैनर बार-बार सभा में लहराते रहे। सभा स्थल से लगभग एक किमी पहले ही सारी सड़कें बंद कर दी गई थीं। यह पहला मौका था जिसमें तमाम राजनीतिक दल एनसीपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सभी वामपंथी दल, दलित और आदिवासी संगठन सहित सभी मुस्लिम संगठनों के लोग एक साथ शामिल थे।
पुलिस का चाक चौबंद प्रबंध
मुस्लिम बहुल भिवंडी में इस विरोध सभा के मद्देनजर भिवंडी जोन-2 के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे द्वारा सुबह से ही पुलिस का कड़ा बंदोबस्त किया गया था। नियमित पुलिस के अलावा 5 सौ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी लगाए गए थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी की निगरानी ड्रोन कैमरे से भी की जा रही थी।
मुस्लिम बहुल भिवंडी में इस विरोध सभा के मद्देनजर भिवंडी जोन-2 के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे द्वारा सुबह से ही पुलिस का कड़ा बंदोबस्त किया गया था। नियमित पुलिस के अलावा 5 सौ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी लगाए गए थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी की निगरानी ड्रोन कैमरे से भी की जा रही थी।