ज्ञात हो कि मुंबई सहित कुछ जिलों में बारिश हमेशा परेशानी लेकर आती है। जिसके चलते मलेरिया, डेंगू, गैस्ट्रो जैसे मामले बढ़ गए हैं। राज्य में स्वाइन फ्लू के कुल 38 मामले सामने आए हैं। जिसमें से 15 केस सिर्फ मुंबई से हैं। कोल्हापुर में भी चार दिन के भीतर कुल नौ मामले रिपोर्ट हुए हैं। खबर यह भी है कि 9 मरीजों के संपर्क में आए लगभग 150 लोगों को स्वाइन फ्लू होने का शक स्वास्थ विभाग ने जताया है।
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स्वाइन फुल के 40 फीसदी मामले सिर्फ मुंबई से होने के कारण चिंता बढ़ गई है। राज्य में दो मौत स्वाइन फ्लू के कारण हुई हैं। ये दोनों मौते कोल्हापुर जिले में हुई है। मुंबई में मई और जून महीने में दो-दो मामले सामने आए थे। जबकि जुलाई महीने में बरसात के कारण कुल 11 मामले सामने आए हैं। पिछले साल की बात की जाए तो शहर में कुल 64 मामले रिपोर्ट हुए थे। जबकि कोई मौत नहीं हुई थी। वहीं जनवरी 15 से अब तक महाराष्ट्र में मलेरिया के 1493 मामले रिपोर्ट हुए हैं। साथ ही 10 जनवरी से अब तक डेंगू के 142 केस सामने आए हैं। बारिश के चलते मच्छरों का प्रजनन झुग्गी-बस्तियों के इलाके में बढ़ जाता है। इसे ध्यान में रखकर मुंबई में बीएमसी के कर्मचारी कई इलाकों में दवा छिड़क रहे हैं। साथ ही फॉगिंग भी हो रही है।