अब शिंदे सरकार के मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा पर लगा शिवाजी महाराज के अपमान का आरोप, गरमाई सियासत
प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान मंगलप्रभात लोढ़ा को चौथी क्लास की इतिहास की किताब तोहफे के तौर पर देने की बात कही। सावंत ने तंज कसते हुए कहा की कि यदि वे इस किताब को भी पढ़ भी लें तो उन्हें छत्रपति शिवराय का सही इतिहास पता चल जाएगा।नासिक में भी प्रदर्शन
शिवसेना (उद्धव गुट) ने छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा की। नासिक रोड में शिव जन्मोत्सव समिति की ओर से अभिनव आंदोलन किया गया। समिति के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल कोश्यारी को पद से हटाने की मांग की।
संजय राउत ने बीजेपी पर बोला हमला
शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने कहा “छत्रपति का बार-बार अपमान किया जा रहा है। बीजेपी के नेता लगातार मराठा योद्धा के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। बीजेपी में शिवाजी महाराज का अपमान करने की होड़ लगी है। यह सब समय पर रुकना चाहिए।”
क्या है विवाद?
महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन, कौशल विकास और उद्यमिता और महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने शिव प्रताप दिवस के कार्यक्रम में कहा था कि औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को क़ैद कर रखा था लेकिन वह स्वराज्य के लिए उससे बाहर निकल आये थे। ठीक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी किसी ने क़ैद कर लिया था लेकिन वह महाराष्ट्र के लिए उससे निकलकर आ गए। शिवसेना का आरोप है कि लोढ़ा ने सीएम शिंदे के विद्रोह की तुलना शिवाजी महाराज के पराक्रम से की है। हालांकि मंगलप्रभात लोढ़ा ने अपनी सफाई में स्पष्ट कहा कि उन्होंने सिर्फ उस समय की घटना की तुलना शिंदे गुट के विद्रोह से की, न कि एकनाथ शिंदे की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से की है।