पुलिस ने बताया कि गाले की मालकिन सुभांगी शिंदे हैं। पूछताछ में पता चला कि उनके दो बेटे डॉक्टर हैं। इनमें एक डेंटिस्ट तो दूसरा ईएनटी सर्जन है। आशंका जताई जा रही कि मेडिकल की पढ़ाई के दौरान रिसर्च के लिए शिंदे के बेटे 2005 में मानव अंग लाए थे। पुलिस ने बताया कि दुकानों में लकड़ी-लोहे का कबाड़ भरा था। कबाड़ हटाने पर मेडिकल क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के दो कंटेनर मिले, जिन्हें खोलने पर दुर्गंध फैल गई।
जांच में पता चला कि इंसानी अंगों को लंबे समय तक सहेज कर रखने के लिए कंटेनर में केमिकल भी रखा था। दोनों दुकानें मुंबई नाका पुलिस थाने के पास स्थित हरि विहार सोसायटी में हैं। अभी तक किसी के खिलाफ मामला नहीं दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में जुटी है।
भीड़ को हटाने में जुटी रही पुलिस
दुकान में इंसानी अंग मिलने की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई। कुछ लोगों ने मौके के फोटो और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद तो दुकानों के सामने लोगों की भीड़ एकत्र होती ही गई। लोगों की भीड़ के कारण पुलिस तथा जांच एजेंसी को भी परेशानी होने लगी। पुलिस देर तक भीड़ को हटाने में जुटी रही।