Good News: अब नमक उत्पादन क्षेत्रों पर होगा गृह निर्माण
गोरेगांव के मोतीलाल नगर का होगा कायापलट, ३,628 परिवारों को घर
अतिरिक्त 40 हजार घर होंगे उपलब्ध…इस मौके पर चव्हाण ने आगे कहा कि संयुक्त पुनर्विकास परियोजना के दायरे के तहत मोतीलाल नगर की 143 एकड़ भूमि पर लागू होगा, जो म्हाडा की सबसे बड़ी पुनर्विकास परियोजना है। इसके तहत करीब 3 हजार 700 निवासियों को आधुनिक सुविधाओं से लैस और बड़े पैमाने पर घर मिल सकेंगे। वहीं निवासियों के पुनर्वास के बाद, मुम्बईकारों को बेचने के लिए म्हाडा के पास लगभग 40 हजार किफायती अतिरिक्त घर उपलब्ध होंगे। वहीं सीओ बी राधाकृष्णन की माने तो राधाकृष्णन ने बताया कि परियोजना माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार ही म्हाडा के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही है। शुरू होने वाली परियोजना का यह एक महत्वपूर्ण घटक है। सर्वेक्षण के बाद ही लाभार्थी निवासियों को इस परियोजना के माध्यम से उपलब्ध सुविधाओं का आभास होगा।
विदित हो कि मोतीलाल नगर 1, 2 और 3 कि कायापलट के लिए पी. के. दास एंड असोसिएट्स को पीएमसी के तहत जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिस पर समय से सर्वेक्षण कार्य पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। वहीं म्हाडा का दावा है कि लोग उस पर भरोसा करते हैं और इस परियोजना को पारदर्शी, कुशल तरीके से लागू करने के लिए निवासियों की हर उचित बात का ध्यान रखा जाएगा। इसी के तरह म्हाडा की ओर से एक विशेष मार्गदर्शन कक्ष परियोजना स्थल पर स्थापित किया जाएगा। इस दौरान मोतीलाल नगर समन्वय समिति के अध्यक्ष रमेश शिंदे, मल्हारी भिसे, माधवी राणे, युवराज मोहिते समेत निवासियों के साथ बड़ी संख्या की मौजूदगी में पॉवर पॉइंट प्रस्तुति दी गई।
– 143 एकड़ जमीन
– 3 हजार 700 परिवारों का होगा पुनर्वास
– करीब 40 हजार अतिरिक्त घर उपलब्ध होंगे
– बच्चों के लिए दो अस्पताल होंगे, वृद्धा आश्रम, महिलाओं के लिए छात्रावास, स्कूल, बाजार आदि तरह की सुविधाएं मिलेंगी
– 3 एकड़ जमीन पर खेल का मैदान