हिंदी भाषी विरोधी छवि उल्लेखनीय है कि राज ठाकरे की छवि हिंदी भाषी विरोधी है। यदि राज ठाकरे को आघाड़ी ने मंच पर स्थान दिया तो बड़ी संख्या में हिंदी भाषी समाज का वोट बैंक आघाड़ी के पाले से खिसक सकता है। राज्य के शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में हिंदी भाषी हैं। यदि राज आघाड़ी में मंच पर आते हैं, कांग्रेस को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। यही कारण है कि पवार के दबाव के बावजूद कांग्रेस ने राज ठाकरे की मनसे को आघाड़ी से बाहर रखा।