इस मामले में पिछले साल सितंबर में ईडी ने गवली के करीबी सईद खान को गिरफ्तार किया था। इससे पहले तीन समान जारी किए गए थे, लेकिन यवतमाल-वाशिम की सांसद भावना गवली ईडी के समक्ष एक बार भी पेश नहीं हुईं। सामाजिक कार्यकर्ता हरीश सारदा ने शिकायत की थी कि गवली ने बालाजी सहकारी पार्टिकल बोर्ड नामक फर्म के नाम पर राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम से 43.35 करोड़ रुपए कर्ज लिया था। सारदा का दावा है कि यह कंपनी अस्तित्व में थी ही नहीं। स्थानीय पुलिस थाने में भी मामला दर्ज है।
ईडी की कार्रवाई नहीं थम रही
महाराष्ट्र राज्य में ईडी की कार्रवाई थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य सरकार के अनेक नेताओं पर ईडी की कार्रवाई हो चुकी है। मंत्री और विधायकों के साथ ही सांसद भी ईडी की कार्रवाई की चपेट में आ चुके हैं। मामले को लेकर अनेक विधायक और मंत्री प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने भी पहुंचे। कईयों ने प्रधानमंत्री मोदी को चि_ी भी लिखी है। हालांकि इन सबके बावजूद ईडी की कार्रवाई राज्य में बदस्तूर जारी है।
महाराष्ट्र में चर्चा
ईडी की लगातार कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र सहित देशभर के राजनीतिक हलकों में चर्चा है। जिन नेताओं पर ईडी की कार्रवाई हो रही है, उनके समर्थक भी इसे लेकर सकते हैं।