एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ित को मुंबई के राजावाड़ी अस्पताल (Rajawadi Hospital) ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। राजावाड़ी अस्पताल के डॉ वैकुले ने कहा, 22 वर्षीय राकेश गुप्ता को अस्पताल में लाया गया था, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। बाद में दुकान के मलबे में गणेश देवासी का शव मिला। आग लगने के बाद गणेश फंस गया और बाहर नहीं निकल पाया।
जानकारी के अनुसार मृतक राकेश गुप्ता उसी दुकान पर काम करता था। बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक, आग ने दुकान के अंदर रखे गए बिजली के तारों, इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों और हार्डवेयर के बड़े भंडार को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की पांच गाडिय़ों को मौके पर भेजा गया। मुंबई फायर ब्रिगेड विभाग ने इसे लेवल-1 की आग बताया है।
जब स्टोर में आग लगी तो उसमें कई लोग सो रहे थे। बाद में आग पर काबू पा लिया गया लेकिन कुछ देर बार आग फिर भड़क गई। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, “जेसीबी की मदद से स्टोर के ढांचे के अगले हिस्से को गिराया गया, क्योकि स्टोर के अंदर बना ढांचा आग लगने के बाद गिर गया।” फायर ब्रिगेड, बीएमसी के अधिकारी और पुलिस मौके पर मौजूद हैं।