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Mumbai Big conspiracy : गोवंडी में चल रहा था अवैध टेलीफोन एक्सचेंज, 191 सिम कार्ड के साथ एक आरोपी गिरफ्तार

locationमुंबईPublished: May 31, 2020 12:11:28 am

Submitted by:

Binod Pandey

पर्दाफाश : क्राइम ब्रांच ( Crime Branch ) और मिलिट्री इंटेलीजेंट यूनिट ( MIU ) की संयुक्त कार्रवाई
जम्मू के रक्षा प्रतिष्ठानों में भी कॉल
सरकार को राजस्व का नुकसान

Mumbai Big  conspiracy : गोवंडी में चल रहा था अवैध टेलीफोन एक्सचेंज, 191 सिम कार्ड के साथ एक आरोपी गिरफ्तार

Mumbai Big conspiracy : गोवंडी में चल रहा था अवैध टेलीफोन एक्सचेंज, 191 सिम कार्ड के साथ एक आरोपी गिरफ्तार

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई क्राइम ब्रांच ने मिलिट्री इंटेलीजेंस यूनिट के साथ मिल कर गोवंडी में एक अवैध टेलीफोन एक्सचेंज गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने समीर अलवारी को गिरफ्तार कर उसके पास से 191 सिम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मई के दौरान यहां से कई संदिग्ध फोन कॉल जम्मू में सेना से जुड़े लोगों को किए गए। जांच में पता चला है कि आरोपी चीन में बने सिम बॉक्स की मदद से इस एक्सचेंज के जरिए पाकिस्तान से आने वाली इंटरनेट कॉल को लोकल जीएसएम फोन पर ट्रांसफर कर देते थे। इससे यह पता नहीं चलता था कि फोन पाकिस्तान या किसी अन्य देश से आया है। जिस भी व्यक्ति को फोन आता था, उसे यही पता चलता था कि फोन भारत से ही आया है। आरोपी पुलिस ने एक लैपटॉप, सिम, मोडम, बैटरी और कनेक्टर बरामद किया है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संतोष रस्तोगी ने बताया कि अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने के लिए चार सिम बॉक्स इस्तेमाल हो रहे थे। बरामद 191 सिम कार्ड में से 72 एक्टिव थे। अन्य 119 बैकअप के लिए रखे गए थे। उन्होंने अंदेशा जताया कि अवैध एक्सचेंज से सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है। यहां से जम्मू के कुछ रक्षा प्रतिष्ठानों को भी कॉल गई है। इन सिम बॉक्सों में अवैध डायनामिक आईएमईआई सिस्टम का भी इस्तेमाल किया गया है।
ऐसे खुली पोल
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मई के दौरान यहां से कई संदिग्ध फोन कॉल जम्मू में सेना से जुड़े लोगों को किए गए। इसमें लद्दाख से जुड़ी कुछ जानकारी भी ली गई थीं। फोन करने वाले ने गलत पहचान बताई। इसके बाद संदेह हुआ। आर्मी इंटेलीजेंस ने इसकी जानकारी मुंबई पुलिस को दी।
नेपाल-खाड़ी देशों से जुड़े तार
नेपाल और खाड़ी देशों के कुछ कनेक्शन भी सामने आए हैं, जिसकी जांच की जा रही है। रस्तोगी ने पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क की भूमिका की पुष्टि नहीं की। उन्होंने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है।

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