श्री राज मरुधर जैन संघ के तत्वावधान में होनेवाले चातुर्मास में गुरुदेव के अलावा पन्यास धर्मशीलविजय, मुनि मोक्षानंद आदि ठाणा छह के अलावा साध्वी सुमंगलाश्री की प्रशिष्या साध्वी पूर्णप्रज्ञाश्री आदि ठाणा 4 का भी प्रवेश हुआ। दादर (पश्चिम) भवानी शंकर रोड से प्रवेश के बाद महासभा हुई। इसकी शुरुआत गुरु आत्माराम के कलश स्थापना व दीप प्रज्वलन से की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्य न्यायाधीश मार्केंडय काटजू व राष्ट्रपति के ओएसडी अंकित जैन मौजूद रहे। इस अवसर पर विधायक राज के. पुरोहित, विधायक कालिदास कोलंबकर सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
पुस्तक का विमोचन
कार्यक्रम में पाकिस्तान स्थित जैन मंदिर व धर्मस्थलों की वर्तमान स्थिति पर लिखित पुस्तक वीरान विरासतें की गुजराती आवृत्ति का विमोचन हुआ। चातुर्मास दौरान अनेक धार्मिक सामाजिक उपक्रम होंगे। 21 जुलाई को नित्यानंदसूरीस्वर का जन्मदिवस अनुकंपा दिवस के रूप में मनाया जाएगा। 25 सितंबर को गुरु वल्लभ की 65 वीं पुण्यतिथि गुरु वल्लभ दीपोत्सव पर्व के रूप में होगी। मोक्षानंद ने बताया कि संक्रांति 17 अगस्त, 17 सितम्बर व 17 अक्टूबर को होगी। 29 दिवसीय श्री शत्रुंजय महातप की सामुदायिक आराधना होगी। गुरुदेव के जन्मदिवस पर विविध प्रतियागिताओं के साथ अनेक आयोजन व विशेष संघ पूजन होगा।