बकाया वसूली को लेकर बैंकों के बढ़े दबाव के बीच एजेंसियों को चकमा देते हुए माल्या मार्च, 2016 में लंदन भागने में सफल रहा। तब से लेकर अब तक वह वहीं रह रहा है। बकाए से ज्यादा संपत्तियों की जब्ती को देखते हुए वह कई बार कर्ज चुकाने का ऑफर दे चुका है। माल्या ने अपनी किंगफिशर एयरलाइंस के लिए बैंकों से 6,203.35 करोड़ रुपए कर्ज लिया था, जिस पर 2013 से ही 11.50 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज बकाया है।
माल्या को भारत लाने के लिए प्रत्यपर्ण का मामला चल रहा है। भारतीय बैंकों की ओर से भी माल्या से कर्ज वसूली के लिए लंदन में मुकदमा दायर किया गया है। लंदन हाईकोर्ट में मुकदमा दायर कर एसबीआई सहित अन्य बैंक माल्या को दीवालिया घोषित करने का अनुरोध कर चुके हैं।