महिला वकील ने अपनी आपबीती सुनाने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है। और आरोप लगाया है कि उसे शिकायत दर्ज करवाने के लिए कथित तौर पर तीन घंटे का इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उससे बार-बार घटना के बारे में पूछा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी कमिश्नर कैसर खालिद (Quaiser Khalid) ने पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) से जांच करने को कहा है।
पुलिस ने कहा कि बुधवार को अंधेरी और बोरीवली के बीच लोकल ट्रेन में यात्रा कर रही महिला वकील के साथ एक व्यक्ति ने कथित तौर पर छेड़छाड़ की। महिला ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि लोकल ट्रेन से वह अपने काम पर जा रहीं थी, तभी उनका यौन उत्पीड़न किया गया। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग की है। महिला ने बताया कि अंधेरी रेलवे पुलिस स्टेशन पहुंचने पर वह काफी परेशान हुई और रोने लगी। उन्होंने कहा कि जब वह एफआईआर दर्ज करवाने गयीं तो उनसे ड्यूटी पर मौजूद पुलिस प्रभारी ने पहले छेड़छाड़ का मतलब पूछा। इस दौरान पीड़िता ने महिला पुलिसकर्मी द्वारा शिकायत दर्ज करने की मांग की। फिर महिला पुलिस को बुलाया गया।
पीड़िता ने रेल पुलिस द्वारा उनसे पूछे गए अजीबोगरीब सवाल का जिक्र भी अपने ट्वीट में किया है। उन्होंने शिकायत दर्ज करवाने की पूरी प्रक्रिया को भयानक अनुभव बताया। महिला का सोशल मीडिया पोस्ट इन्टरनेट पर वायरल हो गया है, जिसके बाद जीआरपी ने ट्वीट कर खेद जताया है। साथ ही जीआरपी ने महिला वकील से कहा है कि उन्हें आगे की जांच के लिए पुलिस स्टेशन आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
वहीँ, मुंबई जीआरपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘छेड़छाड़ के आरोपी को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। महिला द्वारा पुलिस व्यवहार पर की गई शिकायत की जांच जीआरपी के डीसीपी करेंगे।