महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा ।87 वर्षों से लगातार लालबाग के राजा के आगमन से लेकर विसर्जन तक गणेशोत्सव बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। सवा करोड़ लोग लालबाग के राजा के दर्शन करते हैं। लगभग छह लाख लोग विसर्जन में शामिल होते हैं। कोरोना संकट को देखते हुए लालबाग राजा गणेशोत्सव समिति ने बुधवार को गणेशोत्सव नहीं मनाने की घोषणा की। समिति रक्त दान और प्लाज़मा दान शिविर लगा कर गणेशोत्सव मनाएगी। समिति ने भक्तों से शिविर मे सहभागी होने की अपील की है।
सालवी ने बताया कि गणेश भक्तों से रक्तदान और प्लाज़मा दान करने के लिए अपील की जाएगी । शिविर पूरे ग्यारह दिन तक चलेगा मुम्बई मनपा तथा अन्य कई अस्पतालों के डॉक्टरों के सहयोग से बड़े पैमाने पर रक्त और प्लाज़मा जुटाया जाएगा।