मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीएमसी उन दुकानों के लाइसेंस भी रद्द कर सकती है जो इन फेरीवालों को बढ़ावा दे रहे हैं। मंगलवार को एएलएम सदस्यों और पुलिस के साथ बैठक में एच-वेस्ट वार्ड के ऑफिसरों ने गड़बड़ी करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
बता दें कि इससे पहले बीएमसी ने दक्षिण मुंबई के अलग-अलग सार्वजनिक स्थानों से अवैध हॉकरों के अतिक्रमण से निपटने के लिए एनजीओ और मैनपावर सप्लाई करने वाली कंपनी जैसी बाहरी एजेंसियों से मैनपावर नियुक्त करने की योजना बनाई थी। सैंडहर्स्ट रोड, भिंडी बाजार और डोंगरी जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों को कवर करने वाले बीएमसी के बी-वार्ड विभाग ने इस मामले में एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया था, जिसमें अतिक्रमण हटाने के लिए मैनपावर के अपॉइंटमेंट की मांग की गई थी।
वहीं दूसरी तरफ कुछ दिनों पहले एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर (शहर) आशीष शर्मा ने कहा था कि मुंबई में हॉकरों के प्रॉब्लम से निपटने के लिए कड़ा रुख अपनाया जाएगा। इससे पहले आशीष शर्मा ने सभी वार्ड अधिकारियों को अपने-अपने वार्डों में फुटपाथों और सार्वजनिक स्थानों की पहचान करने के लिए एक सर्वेक्षण करने के भी आदेश दिए थे।