भाजपा में उपेक्षा से नाराज चल रहीं पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने भूख हड़ताल करने की घोषणा की है। उन्होंने साफ किया कि यह किसी भी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मराठवाड़ा के मुद्दे पर नेतृत्व का ध्यान आकर्षित करने के लिए वह 27 जनवरी को एक दिन की यह सांकेतिक भूख हड़ताल होगी। इस दौरान मुंडे ने कहा कि वह कभी भी भाजपा से अलग नहीं होंगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर गुरुवार को उनके गृह जिले बीड के पर्ली में जयंती सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में बीड जिले के साथ-साथ महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से गोपीनाथ मुंडे को चाहने वाले उनके समर्थक और कार्यकर्ता पहुंचे। हर साल यह आयोजन किया जाता है। इस साल का कार्यक्रम की चर्चा पंकजा के उस ट्विट से हो गई जिसमें उन्होंने अपनी हार की वजहों में अपने लोगों की भूमिका को ही संदिग्ध बताया था। जयंती सभा के आसपास लगे पोस्टर से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पूरी तरह से गायब रहा। इन पोस्टरों में ना मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस की तस्वीरें थी, ना भाजपा के शीर्षतम नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृहमंत्री अमित शाह की तस्वीरें ही नजर आईं।