विहिप ने कहा कि पीएफआई और राजा एकेडमी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रही है। ऐसी संस्थाओं के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं। ऐसे में इन्हें मनपा और राज्य की शिवसेना नीत वाली कांग्रेस एनसीपी महत्व देकर उनकी छवि को सुधारना चाहती है।
पत्र का अब तक जवाब नहीं
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने कहा कि राज्य के सभी क्षेत्रों में कोरोना मृतकों में शव खासकर हिन्दू शवों के दाह संस्कार के लिए विहिप को अनुमति मिलनी चाहिए। हमने तीन बार पत्र लिखा है पर कोई जवाब नहीं आया। हमने मनपा और सरकार को चेतावनी भी दी है कि यदि हिन्दू शवों के अंतिम संस्कार के लिए हमे अनुमति नही मिली तो सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे।
उल्लेखनीय है इससे पहले भाजपा ने उक्त दोनों संस्थाओं को मुम्बई मनपा से हिंदू लावारिस शवों के दाह की अनुमति देने का विरोध किया था। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में सोशल मीडिया पर तीखी टिप्पणी की थी। पुणे मनपा से भी इन्ही संस्थाओं को टेंडर मिला है। पुणे मनपा में भाजपा सत्ताधारी दल है, ऐसे में सवाल उठाने लगे कि भाजपा की मनपा में भी ऐसी संस्थाओं को अनुमति दी गई तो फडऩवीस ने विरोध क्यों नहीं किया ।