मुलिक ने कहा कि शहर के लिए अहम कई विकास कार्य लटके हैं या उन पर धीमी गति से काम हो रहा है। इनमें मेट्रो, भामासखेड परियोजना, जलापूर्ति, बसों की खरीद, फ्लाईओवर, चांदनी चौक परिवहन परियोजना, शिवने-खराड़ी नदी बेसिन रोड, कात्रज-कोंढवा रोड, अंबिल-ओढा पुनर्विकास, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज, ग्राम विकास कार्य, स्मार्ट सिटी आदि प्रोजेक्ट शामिल हैं। जिले में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने के लिए उन्होंने राज्य सरकार से 500 करोड़ रुपए की मांगे। प्रतिनिधिय मंडल में सांसद गिरीश बापट, महापौर मुरलीधर मोहोल, विधायक माधुरी मिशल, भीमराव तपकीर, सिद्धार्थ शिरोले, पूर्व विधायक बापूसाहेब पठारे, मेधा कुलकर्णी, एबीवीपी सांस्कृतिक प्रमुख कोमल राजपुरोहित, महासचिव राजेश आदि शामिल थे।
सांसद बापट ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को पर्याप्त वित्तीय पैकेज दिया है। लेकिन, गरीबों, मजदूरों, छोटे कारोबारियों के लिए राज्य सरकार की ओर से कोई पैकेज नहीं घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि रोज कमाने -खाने वाले लोगों की उपेक्षा राज्य सरकार कर रही है।