मौत के लिए जिम्मेदार कौन
उद्धव ने कहा कि विपक्ष लॉकडाउन हटाने की मांग कर रहा है। लेकिन लॉकडाउन हटाने के कारण कोरोना संक्रमण से जनता का स्वास्थ्य खऱाब होने और निर्दोष लोगों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार होगा। विपक्ष को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष का कोई नेता जिम्मेदारी लेने को तैयार है, तो सामने आए।
जनता से कैसे अपेक्षा करूंगा
मंत्रालय नही जाने के विरोधियों आरोपों का मुख्यमंत्री ने करारा जवाब देते हुए कहा कि यदि मैं नियम का पालन नही करूंगा तो राज्य की जनता से कैसे अपेक्षा करूंगा। उन्होंने कहा कि जिलों के दौरों के अलावा राजीतिक तथा सामाजिक दौरे भी जरूरी है,लेकिन कोरोना काल मे दौरे करने से प्रशासनिक व्यवस्था पर तनाव पड़ता। इसलिए मैंने तकनीकी का उपयोग कर ज्यादातर दौरे और बैठके ऑनलाइन की है।
उद्धव ने कहा कि विपक्ष लॉकडाउन हटाने की मांग कर रहा है। लेकिन लॉकडाउन हटाने के कारण कोरोना संक्रमण से जनता का स्वास्थ्य खऱाब होने और निर्दोष लोगों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार होगा। विपक्ष को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष का कोई नेता जिम्मेदारी लेने को तैयार है, तो सामने आए।
जनता से कैसे अपेक्षा करूंगा
मंत्रालय नही जाने के विरोधियों आरोपों का मुख्यमंत्री ने करारा जवाब देते हुए कहा कि यदि मैं नियम का पालन नही करूंगा तो राज्य की जनता से कैसे अपेक्षा करूंगा। उन्होंने कहा कि जिलों के दौरों के अलावा राजीतिक तथा सामाजिक दौरे भी जरूरी है,लेकिन कोरोना काल मे दौरे करने से प्रशासनिक व्यवस्था पर तनाव पड़ता। इसलिए मैंने तकनीकी का उपयोग कर ज्यादातर दौरे और बैठके ऑनलाइन की है।
तकनीक ही बेहतर सहारा
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर मैं तकनीक के माध्यम से एक ही समय में सभी अधिकारियों और जनता तक पहुंच सकता हूं, तो फिर तकनीकी उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए? उन्होंने कहा कि आईटी क्षेत्र की उन्नति हो गई है। मंत्रालय अब बंद है। ऐसे में तकनीक ही लोगों तक पहुंचने का जरिया है। यदि आप तकनीकी का उपयोग नहीं कर सकते हैं। तो यह दुर्भाग्य के समान हैं।
घर से ही काम किया
उन्होंने कहा मैंने वीडियो कॉन्फ्रेंस से विदर्भ सहित राज्य के सभी जिलों की बैठक ली। महाविकास आघाडी सरकार में शामिल सभी तीन दलों का वीडियो सम्मेलन भी हुआ। मैं घर में बैठकर ही सभी के घर पहुंच रहा हूं। मैं पूरी स्थिति को कवर कर रहा हूं और फैसला कर रहा हूं। मुझे काम करना है। दिखावा नहीं।
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर मैं तकनीक के माध्यम से एक ही समय में सभी अधिकारियों और जनता तक पहुंच सकता हूं, तो फिर तकनीकी उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए? उन्होंने कहा कि आईटी क्षेत्र की उन्नति हो गई है। मंत्रालय अब बंद है। ऐसे में तकनीक ही लोगों तक पहुंचने का जरिया है। यदि आप तकनीकी का उपयोग नहीं कर सकते हैं। तो यह दुर्भाग्य के समान हैं।
घर से ही काम किया
उन्होंने कहा मैंने वीडियो कॉन्फ्रेंस से विदर्भ सहित राज्य के सभी जिलों की बैठक ली। महाविकास आघाडी सरकार में शामिल सभी तीन दलों का वीडियो सम्मेलन भी हुआ। मैं घर में बैठकर ही सभी के घर पहुंच रहा हूं। मैं पूरी स्थिति को कवर कर रहा हूं और फैसला कर रहा हूं। मुझे काम करना है। दिखावा नहीं।
विपक्ष से नही घबराता
उद्धव ने कहा कि मैं राज्य की जनता का सेवक हूं। जनता मुझे कुछ भी कह सकती है। मैं अपना काम करते हुए जनता को शिकायत का मौका नहीं दूंगा। विपक्ष क्या कहता है, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं विपक्ष से नहीं घबराता, मुझे जनता की फिक्र है।
उद्धव ने कहा कि मैं राज्य की जनता का सेवक हूं। जनता मुझे कुछ भी कह सकती है। मैं अपना काम करते हुए जनता को शिकायत का मौका नहीं दूंगा। विपक्ष क्या कहता है, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं विपक्ष से नहीं घबराता, मुझे जनता की फिक्र है।
लोकल रेलवे पर आर या पार
केन्द्र सरकार ने अभी तक लोकल रेलवे शुरू नहीं किया है, लोग यात्रा कैसे करेंगे। केंद्र सरकार ने भ्रम में डाल रखा है, इसीलिए मैं कहता हूं, आर या पार दोनों में से एक तय करो। यदि उद्योग बचाना चाहते हो तो लोकल रेल को शुरू करना चाहिए। लेकिन, कोरोना को भी ध्यान में रखना होगा।
केन्द्र सरकार ने अभी तक लोकल रेलवे शुरू नहीं किया है, लोग यात्रा कैसे करेंगे। केंद्र सरकार ने भ्रम में डाल रखा है, इसीलिए मैं कहता हूं, आर या पार दोनों में से एक तय करो। यदि उद्योग बचाना चाहते हो तो लोकल रेल को शुरू करना चाहिए। लेकिन, कोरोना को भी ध्यान में रखना होगा।