सीबीआई की एफआईआर में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कुछ अफसरों, मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल), जीवीके एयरपोर्ट होल्डिंग्स लि. समेत 9 प्राइवेट कंपनियों के नाम हैं। सीबीआई ने पहले भी एमआईएएल और जीवीके रेड्डी के यहां तलाशी ली थी।
एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने 2012-18 के बीच एयरपोर्ट के डवलपमेंट के नाम पर घोटाला किया। जीवीके ग्रुप ने एआईएएल के सरप्लस फंड में से 395 करोड़ रुपए अपनी दूसरी कंपनियों में लगाए। फर्जी कांट्रैक्ट दिखा कर 310 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई।