ठाणे. पैगम्बर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन ईदे मिलादुन्नबी के अवसर पर जिले के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जुलूस निकालकर त्योहार मनाया गया। जुलूस में मुस्लिम समाज के साथ ही अन्य समाज के लोग शामिल होकर सामाजिक एकता व आपसी भाईचारे का सन्देश दिया। मुंब्रा के जीवन बाग से बाम्बे कालोनी में पहुंचने पर धर्मगुरु मौलाना हजरत मोईनुद्दीन अशरफ की अगुवाई में भव्य जुलूस की शुरुआत हुई। वहां से निकलकर यह जुलूस मुंब्रा बाजार गरीब नवाज मस्जिद होते हुए दत्तु वाड़ी होकर मुख्य मार्ग से आगे के लिए रवाना हुआ। फखरुद्दीन शाह दरगाह पर पहुंचने पर जलसे में तब्दील हो गया। इस अवसर पर धर्मगुरु मोईन मियां ने उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें अल्लाह के बताये हुए मार्ग पर ही चलने की जरूरत है। ऐसा कार्य न किया जाये जिससे किसी को तकलीफ पहुंचे। जुलूस में राकांपा नेता सैयद अली अशरफ, नगरसेवक राजन किने, नगरसेवक अशरफ पठान समेत मुस्लिम समाज के लोगों के साथ सर्वधर्मीय नागरिक मौजूद रहे।
नवी मुंबई में रविवार को मुस्लिम समाज ने ईद-ए मिलाद पर नबी मोहम्मद के जन्म दिवस को लेकर तुर्भे स्थित गरीब नवाज मस्जिद से घनसोली दरगाह तक जुलूस निकाला गया। इस दौरान गरीब नवाज मस्जिद के मौलाना खलील उल्ला ने कहा कि यह हमारी पुरानी परंपरा है जिसे आज भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। आज ही के दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म हुआ था, आज वर्ल्ड शांति डे है। उन्होंने इंसानियत शांति और अमन का पैगाम दिया था, उन्ही के पैगाम का संदेश देने के लिए यह जुलूस निकाला गया है। इस जुलूस के माध्यम से नागरिकों को यह पैगाम दिया जा रहा है कि हम एक मुल्क में रहते हैं, हमें आपस मे प्यार और भाईचारे के साथ रहना चाहिए।