बता दें कि नवी मुंबई मनपा परिवहन विभाग पिछले दो वर्ष से इलेक्ट्रिक बस को शुरू करने पर विचार कर रही थी। केंद्र सरकार की “फेम” योजना के अंतर्गत इस बस की खरीदारी की जा रही है, यह बस चार्जिंग पर चलने वाली है इसलिए वायु प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी। इन सारे पहलुओं पर विचार करने के बाद मनपा प्रशासन ने बस खरीदने के लिए उत्सुकता दिखाई और बस खरीदने के प्रस्ताव पर परिवहन समिति की मंजूरी मिलने के बाद निविदा के माध्यम से मेसर्स जे.बी.एम.सोलारिस इलेक्ट्रिक वेहिकल प्रा.लि. कंपनी की बस खरीदने के लिए चुना गया था। मनपा परिवहन उपक्रम विभाग ने पहले 30 इलेक्ट्रिक बस खरीदने की इच्छा जताई, इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से 60 प्रतिशत का अनुदान भी मिल रहा है। मनपा की एनएमएमटी बस खाते में पहली इलेक्ट्रिक बस का आगमन हो चुका है और सभी बस स्टॉप एवं बस डिपो में चार्जिंग की ब्यवस्था किया जा रहा है।
इसके अलावा बस डिपो में इस इलेक्ट्रिक बस को खड़ी करने की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। एक सप्ताह में 10 और इलेक्ट्रिक बसों का आगमन होने के बाद धीरे-धीरे 30 बसें एनएमएमटी के खाते में शामिल होने वाली है। उसके बाद 100 और इलेक्ट्रिक बस लेने का विचार परिवहन उपक्रम विभाग बना रहा है।
41 करोड़ रुपए की लागत से मनपा परिवहन विभाग में 30 इलेक्ट्रिक बस होगी शामिल इलेक्ट्रिक बस और चार्जिंग सुविधा के लिए मनपा प्रशासन को कुल 41 करोड़ 44 लाख 50 हजार रुपए खर्च करना पड़ रहा है। एक बस के लिए 1 करोड़ 33 लाख 50 हजार रुपए, इस तरह से कुल 30 बसों के लिए 40 करोड़ 5 लाख रुपए तथा चार्जिंग सुविधा के लिए 13 लाख 95 हजार रुपए खर्च किया जा रहा है। यह बस दिन में 225 किमी का सफर तय करेगी और इसकी क्षमता 35 यात्रियों की है।