scriptMumbai News : स्टार्टअप : ऑनलाइन मोक्ष सेवा, शव को कंधा देने वाले और रुदाली भी उपलब्ध | Mumbai News : Startup online moksha sewa | Patrika News

Mumbai News : स्टार्टअप : ऑनलाइन मोक्ष सेवा, शव को कंधा देने वाले और रुदाली भी उपलब्ध

locationमुंबईPublished: Jun 03, 2020 05:37:30 pm

Submitted by:

Binod Pandey

पहल: स्टार्टअप की ओर से शुरू की गई अंतिम संस्कार ( FUNERAL RITES ) सेवा
शोक संतप्त परिवारों की हर संभव सहायता ( Help )
परिजनों ( Relationship ) को ढांढस बंधाएं। बाकी जिम्मेदारी हम संभाल सकते हैं

 
 

Mumbai News : स्टार्टअप : ऑनलाइन मोक्ष सेवा, शव को कंधा देने वाले और रुदाली भी उपलब्ध

Mumbai News : स्टार्टअप : ऑनलाइन मोक्ष सेवा, शव को कंधा देने वाले और रुदाली भी उपलब्ध

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पुणे. लॉकडाउन के दौर में प्रार्थना समारोहों के लिए पुजारी और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए एक स्टार्ट-अप ने अनूठी पहल की है। यह स्टार्ट-अप अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अंतिम संस्कार संबंधी सेवाएं भी मुहैया कराएगा। मोक्ष सेवा के जरिए कंपनी का लक्ष्य परिवार को मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने, अर्थी का इंतजाम करने, शव को श्मशान ले जाने, श्मशान पास प्राप्त करने, पुजारी और अंतिम संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री मुहैया कराने में मदद करना है। मांग पर रुदाली भी उपलब्ध होंगी।
गुरुजी ऑन डिमांड
स्टार्टअप के पार्टनर प्रणव छावरे ने बताया कि गुरुजी ऑन डिमांड सेवा के जरिए अंतिम संस्कार के बाद किए जाने वाले अनुष्ठानों में भी कंपनी शोक-संतप्त परिवारों की सहायता करेगी। छावरे ने कहा कि लॉकडाउन के कारण रिश्तेदार और दोस्त अंतिम संस्कार में नहीं शामिल हो सकते। ऐसे में लोगों के लिए सभी काम अकेले करना मुश्किल है। इसके माध्यम से हम परिवार को एक ही मंच पर सभी सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
Mumbai News : स्टार्टअप : ऑनलाइन मोक्ष सेवा, शव को कंधा देने वाले और रुदाली भी उपलब्ध
बुला सकते हैं पंडित
छावरे ने कहा कि समय की मांग को देखते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखना जरूरी है। इसलिए पंडित पूजा-अर्चना वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ही करें तो ठीक है। यदि कोई चाहेगा कि पंडित मौके पर बुलाए जाएं तो वह भी हम कर सकते हैं। इसके लिए हमने पुणे और पिंपरी चिंचवड के पंडित-पुजारियों को अपने प्लेटफॉर्म में शामिल किया है।
भाग-दौड़ से मिलेगी निजात
छावरे ने कहा, एकल परिवारों में हालात और खराब हैं। हमने अनुभव किया है कि परिवार में किसी की मौत होने पर अन्य सदस्य अंतिम संस्कार की तैयारी के लिए इधर-उधर भागते हैं। हमारी कोशिश है कि ऐसे मौके पर लोग शांत रहें और परिजनों कोक ढांढस बंधाएं। बाकी जिम्मेदारी हम संभाल सकते हैं।