वहीं मुंबई में आठ से 14 अगस्त के बीच स्वाइन फ्लू के 58 और डेंगू के 46 केस रिपोर्ट हुए हैं। इस हिसाब से शहर में रोजाना डेंगू और स्वाइन फ्लू के 6 से 9 केस दर्ज हो रहे हैं। जबकि मलेरिया से संक्रमित 28 मामले दर्ज हुए हैं। जबकि इस महीने की 14 तारीख तक 138 स्वाइन फ्लू के मामले दर्ज हुए हैं। मलेरिया के 412 और डेगू के 73 मामले शहर में रिपोर्ट हुए हैं।
बीएमसी का कहना है कि जुलाई की तुलना में इस महीने संक्रमण की संख्या में इजाफा हुआ है। इससे पहले जुलाई महीने में स्वाइन फ्लू के 105, डेंगू (61), मलेरिया (563) मामले रिपोर्ट किये गए थे। बृहन्मुंबई नगर निगम का कहना है कि शहर में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं। जिसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, दस्त और उल्टी जैसे लक्षणों का समावेश है।
शहर में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ने के साथ ही बीएमसी भी एक्शन मोड़ में है। स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए जनता को एहतियातन सलाह दी है कि कि छींकते या खांसते समय अपनी नाक को ढंकें, साबुन और पानी से हाथ धोएं, आंखों, नाक और मुंह को हाथ से छूने से बचें।
महाराष्ट्र में पिछले सात महीने के भीतर स्वाइन फ्लू के 1,449 मामले रिपोर्ट हुए हैं। जिसमें से 43 लोगों की मौत हुई है। सबसे अधिक मामले पुणे से सामने आए हैं। जहां 363 केस दर्ज हुए हैं। मुंबई में 291, ठाणे (245) और नागपुर (118) केस स्वाइन फ्लू के रिपोर्ट हुए हैं। जबकि मुंबई में लेप्टोस्पायरोसिस के मामलों में गिरावट देखने को मिली है।