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Mumbai paryushan mahaparva : सभी अनुष्ठानों का लक्ष्य एकमात्र आंतरिक शुद्धि है : राकेशभाई

locationमुंबईPublished: Aug 27, 2019 01:29:40 pm

Submitted by:

Binod Pandey

वरली में शुरू हुआ पर्युषण महापर्व उत्सव
महावीर जयंती के अवसर पर भगवान महावीर प्रकाशित जैन धर्म के स्तंभ और उनकी प्रासंगिकता पर आधारित संगीत नाटक होगा

Mumbai paryushan mahaparva : सभी अनुष्ठानों का लक्ष्य एकमात्र आंतरिक शुद्धि है : राकेशभाई

Mumbai paryushan mahaparva : सभी अनुष्ठानों का लक्ष्य एकमात्र आंतरिक शुद्धि है : राकेशभाई

मुंबई. पर्युषण महापर्व के अवसर पर देश-दुनिया के जैन समाज के श्रद्धालु अनुष्ठान, तप व शास्त्र अध्ययन आदि में जुड़कर आत्म विकास साधते हैं। सोमवार को वरली स्थित एनएससीआई स्टेडियम में श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर की ओर से पर्युषण महापर्व का उत्सव शुरू हुआ। दो सितम्बर तक आयोजित इस समारोह में अध्यात्म व्याख्यान के साथ आत्म जाग्रति,आत्म शुध्दि, जिन भक्ति व गुरु भक्ति कार्यक्रम होंगे।

श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर के संस्थापक गुरुदेव राकेशभाई ने इस पर्व का मर्म समझाते हुए कहा कि परी अर्थात सर्व दिशा और उष्ण अर्थात निकट आना है। आमंत्रण सर्व दिशाओं से आत्म के निकट आने का, चाहे वह शास्त्र अध्ययन हो या भक्ति, तप हो या जप इन सब अनुष्ठानों का एक ही लक्ष्य मात्र है आंतरिक शुद्धि।

यह होंगे विभिन्न कार्यक्रम
आठ दिवसीय पर्युषण महापर्व में प्रतिदिन सुबह का शुभारंभ 7.30 बजे पवित्र स्नात्र पूजा के माध्यम से होगा, जहां भगवान के जन्मोत्सव को नृत्य,पूजा व भक्ति के माध्यम से पूर्ण निष्ठा के साथ मनाया जाएगा। इसके बाद 8.30 से 10 बजे के बीच गुरुदेव राकेशभाई का प्रवचन होगा। शाम को 8.30 से 10 के बीच गुरुदेव के प्रभावपूर्ण प्रवचनों की श्रृंखला का आयोजन किया गया है। 30 अगस्त को महावीर जयंती के अवसर पर सायं 7.30 से रात 10 बजे के बीच भगवान महावीर प्रकाशित जैन धर्म के स्तंभ और उनकी प्रासंगिकता पर आधारित एक संगीत नाटक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। दो सितंबर को दोपहर 12.30 से 2.30 के बीच सत्संग की महिमा पर प्रवचन का आयोजन किया जाएगा। जिसके बाद 3 से 6 के बीच संवत्सरिक आलोचना का आरंभ होगा। संवत्सरिक आलोचना आत्मनिरीक्षण, संस्वीकृति और क्षमा के माध्यम से अंतर शुद्धि पाने का एक अपूर्व अवसर है। आत्म अनुभवी सदगुरुदेव के सानिध्य में भक्ति, साधना और शुद्धि का त्रिवेणी संगम अर्थात पर्युषण महापर्व एक ऐसा पर्व जो स्व के निकट आने का एक अभूतपूर्व अवसर देता है।
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