सेंट्रल को 75 करोड़
मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते सेंट्रल रेलवे को 3 और 4 अगस्त को 368 मेल एक्सप्रेस, 44 पैसेंजर ट्रेनें और 1646 लोकल ट्रेने बंद करनी पड़ी इससे सेंट्रल रेलवे को लगभग 35.61 करोड़ का घाटा हुआ। वहीं मुंबई पुणे रूट पर मालगाडियों के आवागमन बंद होने से रेलवे को रोज लगभग पांच करोड़ का नुकसान हो रहा है। ऐसे में एक अगस्त से लेकर अब तक 40 करोड़ का नुकसान हो चुका है। रेल सूत्रों की माने तो रेलवे इस रूट को सुचारु नहीं कर सका है, इसके चलते 11 अगस्त तक इस रूट की सभी ट्रेनें बंद रहने की आशंका है। ऐसे में सिर्फ माल गाड़ी से आने वाले दिनों में 15 करोड़ का नुकसान होने की आशंका है।
मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के चलते सेंट्रल रेलवे को 3 और 4 अगस्त को 368 मेल एक्सप्रेस, 44 पैसेंजर ट्रेनें और 1646 लोकल ट्रेने बंद करनी पड़ी इससे सेंट्रल रेलवे को लगभग 35.61 करोड़ का घाटा हुआ। वहीं मुंबई पुणे रूट पर मालगाडियों के आवागमन बंद होने से रेलवे को रोज लगभग पांच करोड़ का नुकसान हो रहा है। ऐसे में एक अगस्त से लेकर अब तक 40 करोड़ का नुकसान हो चुका है। रेल सूत्रों की माने तो रेलवे इस रूट को सुचारु नहीं कर सका है, इसके चलते 11 अगस्त तक इस रूट की सभी ट्रेनें बंद रहने की आशंका है। ऐसे में सिर्फ माल गाड़ी से आने वाले दिनों में 15 करोड़ का नुकसान होने की आशंका है।
वेस्टर्न को 10 करोड़ का घाटा
वेस्टर्न रेलवे के विभिन्न खंडों में लगातार भारी बारिश यात्रियों एवं रेलवे ट्रैक के लिए काफी नुकसानदायक रही। 31 जुलाई से 6 अगस्त कुल 365 ट्रेनों को रद्द/शॉट टर्मिनेट किया गया, जिसकी वजह से 2,83,555 यात्रियों 10.12 करोड़ रुपए की आमदनी का नुकसान हुआ। बाजवा, वडोदरा तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में 1 अगस्त से 3 अगस्त तक जलभराव के कारण कुल 76 ट्रेनें प्रभावित रहीं। जलभराव की वजह से 28 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। 4 अगस्त को गोथनगाम, सायान तथा कोसम्बा में भारी जलभराव की वजह से कुल 156 ट्रेनें प्रभावित रहीं। भारी बारिश के कारण सूरत-वडोदरा तथा कीम-सायान रेल खंड के बीच अप तथा डाउन दोनों लाइनों पर रेल यातायात रोकना पड़ा। बारिश की वजह से रेल परिसरों में जलभराव, पानी में डूबे हुए, रेलवे ट्रैक का बह जाने जैसी परिस्थितियों का सामना किया, फलस्वरूप सुरक्षा को प्राथमिता देते हुए विभिन्न ट्रेनों को रद्द, परिवर्तित मार्ग पर परिचालन, शॉर्ट टर्मिनेट किया गया।
वेस्टर्न रेलवे के विभिन्न खंडों में लगातार भारी बारिश यात्रियों एवं रेलवे ट्रैक के लिए काफी नुकसानदायक रही। 31 जुलाई से 6 अगस्त कुल 365 ट्रेनों को रद्द/शॉट टर्मिनेट किया गया, जिसकी वजह से 2,83,555 यात्रियों 10.12 करोड़ रुपए की आमदनी का नुकसान हुआ। बाजवा, वडोदरा तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में 1 अगस्त से 3 अगस्त तक जलभराव के कारण कुल 76 ट्रेनें प्रभावित रहीं। जलभराव की वजह से 28 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। 4 अगस्त को गोथनगाम, सायान तथा कोसम्बा में भारी जलभराव की वजह से कुल 156 ट्रेनें प्रभावित रहीं। भारी बारिश के कारण सूरत-वडोदरा तथा कीम-सायान रेल खंड के बीच अप तथा डाउन दोनों लाइनों पर रेल यातायात रोकना पड़ा। बारिश की वजह से रेल परिसरों में जलभराव, पानी में डूबे हुए, रेलवे ट्रैक का बह जाने जैसी परिस्थितियों का सामना किया, फलस्वरूप सुरक्षा को प्राथमिता देते हुए विभिन्न ट्रेनों को रद्द, परिवर्तित मार्ग पर परिचालन, शॉर्ट टर्मिनेट किया गया।