बालू से बना शिवलिंग बाद में पत्थर का रूप ले लिया। शिवलिंग बालू से बने होने के कारण बालुकेश्वर कहा जाने लगा, बालुकेश्वर मंदिर के नाम पर इस क्षेत्र का नाम बालुकेश्वर पड़ गया। श्री बालुकेश्वर मंदिर में बालुकेश्वर शिवलिंग के अलावा पार्वती,गणेश आदि देवी देवताओं की भी मूर्ति है।
कार्यक्रम
श्री बालुकेश्वर मंदिर का स्वामित्व गौड सारस्वत ब्राह्मणों की सबसे पुरानी संस्था गौड सारस्वत ब्राह्मण मंदिर ट्रस्ट मुंबई के पास है। गौड सारस्वत ब्राह्मण मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी शशांक गुलगुले ने बताया कि सावन मास में प्रतिदिन श्री बालुकेश्वर मंदिर में शिवभक्तों का तांता लगा रहता है। सोमवार को मंदिर में जलाभिषेक का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। सावन माह में सुबह अभिषेक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल होते हैं।