मंगलवार को मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि 61 साल की लक्ष्मी चौधरी गहने और कैश से भरा हुआ बैग ज्यादातर स्थानों पर अपने साथ रखती थीं। लक्ष्मी चौधरी को डर था कि कहीं उनके गहने और रुपए चोरी न हो जाएं।
अधिकारी ने बताया कि लक्ष्मी चौधरी मुलुंड के गवानपाड़ा में अपने कार्यस्थल से चेंबूर के राहुल नगर जाने के लिए एक ऑटोरिक्शा की। चेंबूर पहुंचने के बाद लक्ष्मी ऑटोरिक्शा से उतर गई लेकिन गहने और पैसों से भरा अपना बैग को उसी में भूल गयीं।
अधिकारी ने आगे कहा कि लक्ष्मी चौधरी ने इसके बाद आरसीएफ पुलिस थाने से संपर्क किया, जहां अधिकारियों ने यातायात उल्लंघन से संबंधित ई-चालान सिस्टम का इस्तेमाल कर ऑटोरिक्शा ड्राइवर का नंबर और उसके घर का पता निकला। सहायक पुलिस निरीक्षक किरण मांद्रे ने बताया कि हमें गहने और रुपयों से भरा बैग ऑटोरिक्शा की पिछली सीट पर मिला। ऑटो ड्राइवर को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हमने बैग को लक्ष्मी चौधरी को लौटा दिया है।