mumbaiNews:ईवीएम के खिलाफ और बैलेट पेपर के पक्ष में विपक्ष की मोर्चेबंदी
मुंबईPublished: Jul 29, 2019 04:10:55 pm
ईवीएम के खिलाफ और बैलेट पेपर के पक्ष में विपक्ष की मोर्चेबंदी नारायण राणे , राज ठाकरे , जयंत पाटील , अजीत पवार के बीच मुलाक़ात ,
इनके मुलाकात से साफ़ दिखा रहा है कि ईवीएम के खिलाफ पूरा विपक्ष लाम बंद होने के साथ साथ भाजपा को टक्कर देने की तैयारी में है।
mumbaiNews:ईवीएम के खिलाफ और बैलेट पेपर के पक्ष में विपक्ष की मोर्चेबंदी
मुंबई। राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में ईवीएम पर पाबन्दी और बैलेट पेपर से कराने को लेकर विपक्ष ने मोर्चेबंदी शुरूकर दिया है। इस वर्ष 15 अगस्त को आज़ादी के दिन विपक्ष एकजुट होकर राजयभर में जगह जगह छोटे छोटे सभाएं लेकर ईवीएम के खिलाफ आंदोलन करेंगे। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए सोमवार को मुलाकात का दौर चला। राकांपा , शेकाप , मनसे और अन्य छोटे दलों के नेताओं के बीच मुलाक़ात हुई।
राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील , अजित पवार के साथ मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने मुलाकात किया तो किसान स्वाभिमानी संगठना के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष नारायण राणे से मुलाकात किया। इतना ही नहीं शेकापा के जयंत पाटील ने राज ठाकरे से मुलाकात किया। इनके मुलाकात से साफ़ दिखा रहा है कि ईवीएम के खिलाफ पूरा विपक्ष लाम बंद होने के साथ साथ भाजपा को टक्कर देने की तैयारी में है।
सोमवार सुबह राजू शेट्टी वरिष्ठ नेता नारायण राणे के निवास स्थान पर पहुंचे और घंटे भर दोनों ने विभिन्न विषयों पर चर्चा किया।उधर राज ठाकरे ने जयंत पाटील , अजित पवार ,राजू शेट्टी और शेकापा के जयंत पाटील के साथ मुलाकात किया। इन सभी का विषय एक ही था कि आगामी चुनाव में ईवीएम मशीन का विरोध होना चाहिए। इन नेताओं ने दिए अपने बयान में ईवीएम पर रोक लगाने और बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराने की मांग की है। इनका मानना है कि ईवीएम में बड़े पैमाने पर घोटाला है। सत्ताधारी भाजपा अपने अधिकारों क गलत उपयोग कर ईवीएम मशीन में गड़बड़ी कर रही है। इसी का परिणाम है की उन्हें पहले ही पता चल जाता है की चुनाव परिणाम में कितनी सीटें मिलेंगी। आगामी 9 अगस्त को क्रांति दिवस पर एक विरोध होगा और फिर 15 अगस्त को गांव गांव ईवीएम के विरोध में सभाएं होंगी।
उल्लेखनीय है कि ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर वंचित बहुजन आघाडी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने मुद्दा उपस्थिति किया था। लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में कई जिलों में आंदोलन कर कलेक्टर को निवेदन दिया था। हाईकोर्ट में भी इस सन्दर्भ में याचिका दायर किया है।