बता दें कि ये युवा अर्ध सैनिक बल में भर्ती होने के लिए सारे टेस्ट पास कर चुके हैं लेकिन सरकार की तरफ से इन युवाओं को अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई है। अपनी नियुक्ति की मांग को पूरी करने के लिए युवाओं की एक टोली नागपुर से दिल्ली तक पैदल मार्च कर रही है।
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रैली में भाग लिए लड़कियों व लड़कों की हालत थोड़ी बिगड़ गई तो उन्हें जिला अस्पताल मुरैना में भर्ती किया गया है। रैली में भाग लिए युवाओं ने बताया कि साल 2018 में सरकार द्वारा अर्धसैनिक बल में भर्ती के लिए 60210 वैकेंसी निकली थी। इस दौरान सरकार ने 55 हजार पद भरने के बाद बाकी जगह में भर्ती नहीं की, इसलिए हजारों युवा बेरोजगार रह गए। युवाओं का कहना है कि उन्होंने नौकरी पाने के लिए सारे टेस्ट पास कर लिए है। मेडिकल भी हो चुका है लेकिन अब तक युवाओं को नौकरी नहीं दी गई है। यही वजह है कि युवा अपना हक पाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
युवाओं ने नागपुर से दिल्ली तक पैदल जाने का फैसला किया और उन्होंने 36 दिन पहले नागपुर से अपना पैदल मार्च भी शुरू कर दिया है। युवाओ का कहना है कि वे लगातार 36 दिन से पैदल चल रहे हैं। जब ये युवा थक जाते हैं, जहां बारिश हो जाती है तो वे उसी जगह रास्ते में रुक जाते हैं। कड़ी कई दिक्कतों का सामना करते हुए यह युवा लगातार दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। युवाओं के पास खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। अगर कोई उन्हें खाना दे देता है तो वह खाना खा लेते हैं नहीं तो भूखे पेट ही पैदल चलते रहते हैं।