बाजार सूत्रों की माने तो प्याज का भाव नासिक में जमाखोर व्यापारी और सफेदपोश नेता मिलकर खोलते हैं। इसके बाद देश के तमाम व्यापारियों के पास यह मैसेज मोबाइल के सोशल ग्रुपों के माध्यम से फैला दिया जाता है। जिससे अन्य राज्यों के व्यापारियों में यह चर्चा होने लगती है कि मुंबई में किस भाव से प्याज का रेट खुला है, इस आधार पर अन्य राज्यों के व्यापारी भी भाव बढ़ाने लगते हैं और धीरे-धीरे पूरे देश मे प्याज का भाव आसमान छूने लगता है। बारिश में खराब हो चुके प्याज को फेंकना था, उस प्याज को इस बार 40 से 50 रुपए किलो की दर से बेचा गया है।
गुजरात से आवक बढ़ी, तो गिरा भाव
पुराने प्याज को 80 रुपए से लेकर 130 रुपए के भाव से बेचा जा रहा था, तब नए प्याज को 40 से 100 रुपए तक, उसके बाद 50 से 80 रुपए, फिर 70 से 100 रुपए तक नए प्याज का भाव पहुंचा दिया गया। इसी बीच जब गुजरात से प्याज की आवक शुरू हुई और 70 से 90 रुपए किलो की दर से बिकने लगा, तो महाराष्ट्र से आने वाले प्याज की खरीदारी कम होने लगी थी। धीरे-धीरे गुजरात से प्याज की जब आवक बढऩे लगी और 60 से 80 रुपए की दर से विक्री होने लगा तो ग्राहक महाराष्ट्र के प्याज से मुंह मोडऩे लगे क्योंकि गीले और छोटे आकार के प्याज की कीमत ज्यादा थी और गुजरात से आने वाले प्याज की बेहतरीन और कम कीमत होने की वजह से विक्री ज्यादा होने लगी। गुजरात से आने वाले प्याज को रोकने के लिए नासिक के रसूखदारों ने साजिश के तहत अचानक प्याज का भाव गिरा दिया, और पुराना प्याज 70 से 80 रुपए और नए प्याज का भाव 40 से 50 रुपए कर दिया। अचानक भाव कम होने से गुजरात से आने वाले प्याज को वह भाव नही मिल पाया जिससे उसे भी कम भाव मे बेचना पड़ा। इस उठापटक की वजह से नुकसान उठा चुके गुजरात के व्यापारियों ने प्याज भेजना बंद कर दिया, जिससे स्थानीय ब्यापारियों का मानना है कि प्याज की कीमत में फिर वृद्धि होने लगी।
थोकमंडी के व्यापारी मनोहर तोतलानी ने इस संदर्भ में बताया कि जमाखोरों की वजह से बाहर के राज्यों का प्याज टिक नही पाएगा और मनमाना भाव बढ़ाने से इन्हें कोई रोक नही पाएगा। शुक्रवार को प्रतिकिलो के पिछे 10 से 20 रुपए की बढ़ोत्तरी होने की आशंका भी उन्होंने जताई है। आगे उन्होंने बताया कि सरकार प्याज के भाव को कम करने के लिए अलग-अलग पहलुओं से काम कर रही है, बीच मे जब प्याज का भाव आसमान छूने लगा था तो इजिप्त से प्याज का निर्यात किया गया और अब तुर्किस्तान देश के प्याज का आगमन हुआ है। इस प्याज को समुद्री मार्ग से होकर जेएनपीटी में कंटेनर द्वारा लाया गया। एक कंटेनर में 27 टन प्याज की आवक बुधवार को हुई है। इस प्याज को 60 से 80 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है। जबकि महाराष्ट्र से आने वाला नया प्याज गुरुवार को 40 से 60 रुपए किलो के भाव से बेचा गया। हालांकि तुर्किस्तान के प्याज का भाव एपीएमसी मार्केट के भाव से अधिक है, लेकिन तुर्की प्याज की क्वालिटी को देख उपभोक्ता ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
महाराष्ट्र का नया प्याज नंबर-1——- 60 से 70 रुपए
महाराष्ट्र नया प्याज नंबर–2—–40 से 50 रुपए
गुजरात प्याज नया नंबर-1——60 से 70 रुपए
गुजरात प्याज नया नंबर-2——30 से 50 रूपए
मध्यप्रदेश नया प्याज ————40 से 50 रूपए
तुर्किस्तान प्याज ——– —— –60 से 80 रुपए