नवी मुंबई पामबीच रोड पर दुर्घटना के बाद जैगवार गायब , जांच में जुटी पुलिस
नवी मुंबई पामबीच रोड पर दुर्घटना के बाद जैगवार गायब , जांच में जुटी पुलिस
पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क मुंबई: सरकार यातायात नियमों में भले ही भारी फेरबदल कर दिया हो लेकिन वाहन चालकों द्वारा आज भी यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बिना सीटबेल्ट लगाए वाहन चलाना, हेलमेट इस्तेमाल नही करना, सिग्नल तोड़ना एवं शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों में कोई बदलाव नही दिख रहा है। विधानसभा चुनाव के लिए जिस दिन मतदान हुआ उसी रात करीब 1 बजे के आसपास नवी मुंबई के पामबीच मार्ग पर स्थित एनआरआई कॉम्पलेक्स के पास तेज रफ्तार जगुआर गाड़ी डिवाइडर को रौंदती हुई स्ट्रीट लाईट एवं सड़क के किनारे लगे रेलिंग को तोड़ते हुए कई पटखनी खाने के बाद जब गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई तब जाकर रुकी, परंतु कई बार पटखनी खाने के बाद कार चालक की जान तो बच गई लेकिन जिंदगी और मौत से अभी भी हॉस्पिटल में वह लड़ रहा है। जबकि इस मामले में मनपा प्रशासन नुकसान करने वाले अज्ञात ब्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। आखिर इतना बड़ा हादसा होने के बाद लगभग डेढ़ करोड़ रुपए कीमत की क्षतिग्रस्त जगुआर कार को कहां छिपाया गया है ?
जानकारी के अनुसार 21 अक्टूबर की देर रात बेलापुर से वाशी आने वाले पामबीच मार्ग पर जगुआर गाड़ी तेज रफ्तार के कारण चालक का नियंत्रण छूट गया और गाड़ी सड़क के किनारे लगे रेलिंग को रौंदते हुए कई पटखनी लगाने के बाद डिवाइडर और स्ट्रीट लाईट को तोड़ने के बाद जाकर रुकी, खबर है कि कार चालक शराब की नशे में था इसलिए गाड़ी को नियंत्रण में नही कर पाया। बुरी तरह क्षतिग्रस्त कार को सुबह ही कार को घटनास्थल से हटा दिया गया तो गंभीर हालात में चालक को वाशी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी तो यह मिल रही है कि यह कार एक भवन निर्माता की है और उसने मामले को दबाने के लिए गाड़ी को उक्त स्थान से गायब कर दिया है! यहां सवाल गाड़ी गायब करने की बात नही है, चर्चा यह हो रही है कि अगर यही घटना दिन में हुई होती तो कितना बड़ा हादसा हो जाता था ? इस मामले में आखिर चालक कितना दोषी है, उसके पास ड्रायविंग लाइसेंस है या नही, नशे में गाड़ी चलाने की वजह से यह हादसा हुआ या कारण कुछ और भी है, इसकी छानबीन किया जाना चाहिए।