navi mumbai polcie मुख्यालय की छत पर चढ़कर आत्महत्या की कोशिस
मुंबईPublished: Jun 22, 2019 07:41:07 pm
नवी मुंबई पुलिस मुख्यालय की छत पर चढ़कर आत्महत्या की कोशिस
पुलिस कर्मचारी ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया
सुरक्षा को लेकर फिर एक बार पुलिस पर उठे सवाल*
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
navi mumbai polcie मुख्यालय की छत पर चढ़कर आत्महत्या की कोशिस
मुंबई : नवी मुंबई के कलंबोली स्थित पुलिस मुख्यालय की इमारत के टैरेस पर जाकर पानी की टंकी पर चढ़कर एक सिरफिरे द्वारा आत्महत्या करने की कोशिश का मामला सामने आया है। उक्त सिरफिरे को बचाने की कोशिश मे एक पुलिस कर्मचारी घायल हो गया है, जिसे नेरुल के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आत्महत्या करने वाले ब्यक्ति को बचाने के लिए जिस बहादुरी के साथ पुलिस हवलदार ने अपनी जान की बाजी लगाकर उसे तो बचा लिया लेकिन खुद जख्मी हो गया, जख्मी पुलिस कर्मचारी के इस कारनामे की प्रशंसा पुलिस महकमें में जमकर हो रही है।
जानकारी के अनुसार शानिवार सुबह 10:30 बजे के आसपास कलंबोली पुलिस मुख्यालय के तीसरी मंजिल के छत पर पानी की टंकी पर योगेश मोहनराव चांदणे (30) नामक ब्यक्ति चढ़ गया और ख़ुदकुशी करने की धमकी दे रहा था। इस मामले की खबर मिलते ही कलंबोली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश गायकवाड़ घटनास्थल पर पहुंच गए, और तत्काल अग्निशमन दल को सूचित किया गया। वहां पहले से तैनात पुलिस कर्मचारी उसे बचाने का प्रयत्न कर रहे थे। उसी दरम्यान मुख्यालय में क्यूआरटी विभाग में कार्यरत एक पुलिस कॉस्टेबल स्वप्निल मांडलिक ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए तीसरी मंजिल की छत पर चढ़कर पानी की टंकी पर चढ़ गया, वहीं टैरेस पर खड़े अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे अपनी बातों में उलझाकर रखा तभी उस ब्यक्ति पर स्वप्निल ने झपट्टा मारते हुए उसे लेकर टैरेस की तरफ कूद गया, इस घटना में पुलिस हवलदार स्वप्निल जख्मी हो गया तो आत्महत्या करने की धमकी देने वाला ब्यक्ति भी घायल हो गया है। आरोपी को कामोठे के एमजीएम अस्पताल में एवं पुलिस हवलदार को अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया है। फिहलाल आत्महत्या करने की धमकी देने वाले ब्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। आत्महत्या करने की कोशिश करने वाला ब्यक्ति महाराष्ट्र के बीड़ जिले का मूल निवासी है। हालांकि इस घटना को लेकर नवी मुंबई पुलिस फिर एक बार सुरक्षा को लेकर लापरवाह दिखी, क्योंकि यह सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर वह ब्यक्ति पुलिस मुख्यालय के अंदर तक पहुँचा कैसे ? पुलिस उस समय कहां और क्या कर रही थी।